लंदन। इंग्लैंड के पूर्व तेज गेंदबाज टिम ब्रेसनेन ने कहा है कि 2011 में टेस्ट मैच में सचिन तेंदुलकर को एलबीडब्ल्यू आउट करने के बाद उनको और अंपायर रॉड टकर को जान से मारने की धमकी मिली थीं। सचिन इस मैच में शतक से चूक गए थे और अगर वह शतक बना लेते तो यह उनका अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में 100वां शतक होता। सचिन जब 91 रन पर थे तब उन्हें एलबीडब्ल्यू आउट दे दिया गया था। यह बहुत करीबी फैसला था क्योंकि रिप्ले में गेंद लेग स्टम्प के ऊपरी हिस्से को बस छूती दिख रही थी। ये भी पढ़ें - अपने राज्य / शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
सचिन ने 16 मार्च 2012 को बांग्लादेश के खिलाफ ढाका में अपना 100वां शतक बनाया था।
ब्रेसनेन ने यार्कशायर क्रिकेट : कवर्स ऑफ पोडकास्ट पर कहा, "उनके नाम 99 अंतर्राष्ट्रीय शतक थे और उस सीरीज में रिव्यू नहीं थे क्योंकि बीसीसीआई तब इसके खिलाफ थी। यह टेस्ट सीरीज का आखिरी मैच था जो ओवल मैदान पर खेला जा रहा था। गेंद (जिस पर सचिन आउट हुए) शायद लेग स्टम्प के बाहर जा रही थी और अंपायर टकर ने उन्हें आउट दे दिया। वे शायद 80 रन के आसपास (91 रन) पर थे और निश्चित तौर पर शतक बना लेते। हमने सीरीज जीत ली और नंबर-1 बन गए।"
इंग्लैंड के लिए 23 टेस्ट और 85 वनडे खेलने वाले ब्रेसनन ने कहा कि इसके बाद उन्हें और अंपायर टकर को जान से मारने की धमकियां मिलने लगीं।
उन्होंने कहा, "हम दोनों को जान से मारने की धमकियां मिलने लगीं। मुझे और अंपायर को बहुत दिनों बाद तक जान से मारने की धमकियां मिल रही थीं। मैंने उन्हें ट्विटर पर देखा और उनके (टकर के) घर पर लोग धमकियों भरे पत्र भेज रहे थे कि आपने उन्हें आउट दे कैसे दिया। कुछ महीनों बाद मैं उनसे मिला उन्होंने कहा भाई मुझे सुरक्षा गार्ड मंगाने पड़े। आस्ट्रेलिया में उन्हें पुलिस सुरक्षा लेनी पड़ी।" (आईएएनएस)
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