नई दिल्ली । ऑस्ट्रेलिया और दक्षिण अफ्रीका के बीच 11 जून से आईसीसी वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप (डब्ल्यूटीसी) का फाइनल खेला जाना है। ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाज उस्मान ख्वाजा का मानना है कि वह अभी भी अपने खेल के शीर्ष पर हैं।
अभी उस्मान ख्वाजा रिटायरमेंट के बारे में नहीं सोच रहे। उनका कहना है कि जब भी सही समय आएगा, वह अपने करियर को अलविदा कह देंगे। ये भी पढ़ें - अपने राज्य / शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
उस्मान ख्वाजा पूरे डब्ल्यूटीसी चक्र के दौरान ऑस्ट्रेलिया के बल्लेबाजी क्रम में शीर्ष पर रहे हैं। ख्वाजा ने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ लॉर्ड्स में खेले जाने वाले खिताबी मैच से पहले कुल 1,422 रन बनाए हैं। वह मौजूदा चक्र के दौरान टीम के लिए सर्वाधिक रन बनाने वाले बल्लेबाज हैं।
उस्मान ख्वाजा ने आईसीसी डिजिटल को बताया, "मेरे लिए बढ़ती उम्र का कोई मतलब नहीं। अगर मैं अभी भी अपने खेल का लुत्फ उठा रहा हूं। अभी भी वास्तव में कड़ी ट्रेनिंग कर रहा हूं, मैं अभी भी रन बना रहा हूं, अभी भी टीम में अपना योगदान दे रहा हूं, तो मेरे अंदर अभी भी भूख है।"
उन्होंने आगे कहा, "मैं वास्तव में कुछ भी अलग नहीं सोचता। मैं वास्तव में इस समय अपने क्रिकेट का आनंद ले रहा हूं। जिस चीज की शुरुआत होती है, उसका अंत भी होता है। मुझे नहीं पता कि वह अंत कब होगा। जब संन्यास का समय आएगा, तो मैं शालीनता से ऐसा करूंगा, चाहे वह कुछ भी हो।"
अनुभवी सलामी बल्लेबाज ने विश्व टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल में अपने सलामी जोड़ीदार को लेकर कहा, "ओपनिंग करना बहुत कठिन है। मुझे इस बात की चिंता है कि गेंद मेरे लिए कैसी होगी और मुझे क्या करना होगा। इसके विपरीत, मेरे साथ ओपनिंग करने वाला कोई भी खिलाड़ी बिल्कुल यही सोच रहा है। हम इस पर साथ मिलकर काम कर रहे हैं कि विपक्षी गेंदबाजी आक्रमण को कैसे कमजोर करेंगे। इससे मेरे खेल में बहुत ज्यादा बदलाव नहीं आया है।"
ऑस्ट्रेलिया ने पिछले साल की शुरुआत में डेविड वॉर्नर के टेस्ट क्रिकेट से संन्यास लेने के बाद से ख्वाजा के साथ स्टीव स्मिथ, नाथन मैकस्वीनी, ट्रेविस हेड और सैम कोंस्टास को आजमाया है। फिलहाल ऑस्ट्रेलियाई टीम दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ एकमात्र टेस्ट के लिए हमेशा की तरह नंबर-3 मार्नस लाबुशेन को क्रम में ऊपर भेजने पर भी विचार कर रही है। लाबुशेन और कोंस्टास दोनों लंदन में हैं और प्रोटियाज के खिलाफ ओपनर की भूमिका निभाने के लिए आमने-सामने की लड़ाई में हैं।
--आईएएनएस
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