नई दिल्ली। भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) ने मंगलवार को पूर्व टेस्ट गेंदबाज शांताकुमारन श्रीसंत की आजीवन प्रतिबंध को हटाने की अपील का विरोध किया है। श्रीसंत ने काउंटी क्रिकेट खेलने के लिए बीसीसीआई से आजवीन प्रतिबंध में छूट मांगी थी। सर्वोच्च अदालत में बीसीसीआई की तरफ से दलील देते हुए सीनियर वकील पराग त्रिपाठी ने मुख्य न्यायाधीश दीपक मिश्रा की अध्यक्षता वाली पीठ को बताया कि बोर्ड ने आईपीएल-2013 स्पॉट फिक्सिंग मामले में श्रीसंत को बरी किए जाने फैसले के खिलाफ अपील की है। ये भी पढ़ें - अपने राज्य - शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
पराग ने अदालत को बताया कि जांच में पाया गया था कि श्रीसंत सट्टेबाजों के संपर्क में थे। त्रिपाठी ने कहा कि यह सिर्फ कानून का मसला नहीं है बल्कि बीसीसीआई के नियमों का भी सवाल है। वहीं श्रीसंत की तरफ से दलील दे रहे सीनियर वकील सलमान खुर्शीद ने पूर्व गेंदबाज को शानदार क्रिकेट खिलाड़ी बताया और अदालत से अपील करते हुए उन्हें इंग्लैंड में बाकी बचे तीन महीनों के लिए काउंटी क्रिकेट खेलने की इजाजत देने की मांग की है।
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