नई दिल्ली,। इंडियन प्रीमियर लीग की शुरुआत 2008 में हुई थी। इस लीग ने कई प्रतिभावान युवा दिए हैं, जो भारतीय क्रिकेट को नई ऊंचाई पर ले गए हैं। ऐसे युवाओं में हार्दिक पांड्या, जसप्रीत बुमराह, ऋषभ पंत, यशस्वी जायसवाल, रिंकू सिंह, शिवम दुबे, संजू सैमसन और अभिषेक शर्मा का नाम प्रमुखता से लिया जाता है। इस कड़ी में अगला नाम बाएं हाथ के बल्लेबाज देवदत्त पड्डिकल का हो सकता है।
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देवदत्त पड्डिकल का जन्म 7 जुलाई 2000 को एडापल, केरल में हुआ था। वह कर्नाटक की तरफ से घरेलू क्रिकेट खेलते हैं। पड्डिकल एक ऐसे बल्लेबाज हैं जो किसी भी फॉर्मेट में, किसी भी स्थान पर खेलने की क्षमता रखते हैं।
घरेलू क्रिकेट में बड़ा नाम बन चुके देवदत्त पड्डिकल आईपीएल 2021 में चर्चा में आए थे। आरसीबी के लिए खेलते हुए लगभग 21 साल की उम्र में इस खिलाड़ी ने शतक लगाया था। पड्डिकल ने राजस्थान रॉयल्स के खिलाफ 52 गेंद पर 101 रन बनाए थे। इस पारी के बाद उनकी गिनती ऐसे युवाओं में होने लगी, जिन्हें भविष्य में भारतीय टीम के बड़े स्टार के रूप में देखा जाता है।
हालांकि लगातार घरेलू क्रिकेट खेलने और अच्छा प्रदर्शन करने के बावजूद देवदत्त पड्डिकल को उतने मौके नहीं मिले, जितने मिलने चाहिए थे।
पड्डिकल टेस्ट और टी20 में भारतीय टीम के लिए डेब्यू कर चुके हैं। टेस्ट में उनका डेब्यू 2024 में इंग्लैंड के खिलाफ धर्मशाला टेस्ट में हुआ था, जबकि टी20 डेब्यू उन्होंने श्रीलंका के खिलाफ 2021 में किया था। अब तक 2 टेस्ट की 3 पारी में 90 और 2 टी20 में 38 रन उनके नाम दर्ज हैं।
वहीं 2000 से लेकर 2025 के बीच 74 आईपीएल मैचों में 11 अर्धशतक और 1 शतक की मदद से उनके नाम 1,806 रन हैं।
अगर घरेलू क्रिकेट की बात करें तो पड्डिकल ने 43 प्रथम श्रेणी मैचों में 6 शतक और 17 अर्धशतक लगाते हुए 2,815 रन बनाए हैं। वहीं 33 लिस्ट ए मैचों में 9 शतक और 12 अर्धशतक लगाते हुए उनके नाम 2,071 रन हैं।
--आईएएनएस
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