नई दिल्ली। अनिश्चितताओं के खेल क्रिकेट में उस समय दिल की धडक़न तेज हो जाती है जब किसी रोमांचक मैच में एक गेंद बची हो और बल्लेबाजी कर रही टीम को मैच जीतने के लिए चार, पांच या छह रन चाहिए होते हैं। क्रिकेट के इतिहास में ऐसे कई उदाहरण देखने को मिले हैं जब बल्लेबाजों ने आखिरी गेंद पर छक्का लगाकर टीम की जीत सुनिश्चित की है। भारतीय विकेटकीपर बल्लेबाज दिनेश कार्तिक इस सूची में हाल ही में शामिल हुए हैं।
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इस वर्ष मार्च में कोलंबो में बांग्लादेश के खिलाफ निदहास टी20 त्रिकोणीय सीरीज के फाइनल में बांग्लादेश ने भारत के सामने 167 रन का लक्ष्य रखा था। भारत को आखिरी छह गेंदों पर 12 रन चाहिए थे और कार्तिक बल्लेबाजी कर रहे थे। भारतीय टीम को आखिरी गेंद पर पांच रन की दरकार थी और फिर कार्तिक ने गेंदबाज के ऊपर से फ्लैट छक्का लगाकर न सिर्फ टीम को मैच जिताया, बल्कि सीरीज भी भारत की झोली में डाल दी।
कार्तिक ने मैच में आठ गेंदों पर 29 रन बनाए और उन्हें मैन ऑफ द मैच का पुरस्कार मिला। हालांकि क्रिकेट में सबसे पहले यह रिकॉर्ड पाकिस्तान के जावेद मियांदाद के नाम था। वनडे में 233 मैच खेलने वाले मियांदाद ने 18 अप्रैल 1986 में शारजाह में भारत के खिलाफ ही आखिरी गेंद पर छक्का लगाकर टीम को जीत दिलाई थी।
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