नई दिल्ली। भारत की अग्रणी युगल बैडमिंटन खिलाड़ी और राष्ट्रमंडल चैंपियन रह चुकीं अश्विनी पोनप्पा का मानना है कि देश में विश्वस्तरीय बैडमिंटन जोडिय़ां विकसित करने के लिए जमीनी स्तर पर अधिक से अधिक संख्या में युगल स्पर्धाएं आयोजित करने की जरूरत है। अपनी पूर्व जोड़ीदार ज्वाला गुट्टा के साथ अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कई खिताब जीत चुकीं पोनप्पा का कहना है कि अगर युगल स्पर्धाओं के आयोजन में इजाफा होगा तो बच्चे इस वर्ग में बढ़-चढक़र हिस्सा लेंगे। ये भी पढ़ें - अपने राज्य - शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
पीएनबी मेटलाइफ जूनियर बैडमिंटन चैम्पियनशिप के राष्ट्रीय फाइनल्स में बतौर मुख्य अतिथि शामिल पोनप्पा ने कहा कि युगल मुकाबलों को कम अहमियत दी जाती है, ऐसे में जमीनी स्तर पर इस तरह के टूर्नामेंट्स के ज्यादा आयोजन से युगल खिलाडिय़ों की अच्छी बेंच स्ट्रेंथ तैयार की जा सकती है। पोनप्पा आज भी दक्षिण एशिया में चैंपियन महिला युगल बैडमिंटन खिलाड़ी हैं।
पिछले ही साल उन्होंने ज्वाला के साथ दक्षिण एशियाई खेलों का स्वर्ण पदक जीता। हालांकि विश्व चैम्पियनशिप-2011 में कांस्य पदक, बैडमिंटन का विश्व कप माने जाने वाले उबर कप में दो बार (2014, 2016) कांस्य पदक राष्ट्रमंडल खेलों-2010 में स्वर्ण पदक जीत चुकीं पोनप्पा अब ज्वाला के साथ अंतरराष्ट्रीय स्पर्धाओं में कम ही नजर आती हैं।
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