पाक को लेकर फिर दहाड़ा भारत, गृहमंत्री बोले आगे आगे देखते जाओ होता है क्या!

www.khaskhabar.com | Published : रविवार, 02 अक्टूबर 2016, 2:18 PM (IST)

उमाकांत त्रिपाठी।दिल्ली। लोकसभा चुनाव के दौरान देश की जनता मोदी से इसी तरह की उम्मीद लगाये बैठी थी जो उन्होने करके दिखाया देश के जवानों के द्वारा। दर असल मोदी की जो शख्सियत है, उसके विपरीत वो पाकिस्तान को लेकर करते आये हैं। पाकिस्तान के पीएम नवाज़ शरीफ के जन्मदिन में पाक जाना या विभिन्न मंचों पर नवाज़ से दिल खोल कर मिलना। दो वर्ष तक पीएम मोदी पाकिस्तान से सिर्फ मधुर सम्बन्ध रखने के पक्ष में ही थे और उन्होने कई बार इस सम्बन्ध की दुहाई दी। पर पाकिस्तान है कि मानता नहीं।

जब अटल बिहारी वाजपई पीएम थे तो उन्होने पाक से एक अटूट रिश्ता बनाने की कोशिश की। पर पाकिस्तान ने अटल जी के पीठ में छुरा भोंकने का काम किया और कारगिल वार शुरू हुआ। इतिहास एक बार फिर से रिपीट हो रहा है और पीएम मोदी के तमाम प्रयासों को खारिज करते हुये पाक लगातर सीज़ फायर का उलंघन तो कर ही रहा है, इसके अतरिक्त पठानकोट में हमला और फिर ऊरी में हमला। इसके बाद देश में पीएम मोदी के ऊपर कारवाई को लेकर कई तरह के सवाल खड़े होने लगे और विपक्ष जमकर मोदी को घेरने में लग गये।

यहां तक कि मोदी के कई पुराने स्पीच को याद दिलाने का काम भी करने लगे जो उन्होने चुनाव के समय किया था। अब बारी थी मोदी की जो देश की जनता को विश्वास देना था। मोदी ने तुरंत फैसला लिया कि अब कुछ करना चाहिये नहीं तो जनता का सब्र टूट जायेगा। शहीद हुये जवानों के घर में मातम का माहौल है, जिनको शांति देना सबसे प्रमुख है। पीएम इस दौरान कई बार हाई लेवल की मीटिंग बुलाई। जिसमे गृह मंत्री, रक्षा मंत्री वित्त मंत्री, विदेश मंत्री और पीएम स्वयम मौजूद रहे। इसके बाद तीनों सेनाओं के प्रमुख, एन एस ए अजीत डोभाल, विदेश सचिव एस जयशंकर, रॉ और आईबी के प्रमुख सहित सबसे वार्ता की, फिर साउथ ब्लॉक में वार रूम का डेमो देखा। इसके बाद पीएम ने बहादुर कमांडोज को सर्जीकल स्ट्राइक की अनुमति दी।

रातों रात भारतीय सेना के जवान पी ओ के में जा कर पचास से अधिक आतंकी को मार गिराया। और बिना छति के वापस आ गये। अगली सुबह धीरे धीरे जब यह बात मीडिया में आई तो जश्न का महौल बन गया और पाकिस्तान अपने आतंकियों को गुप्त रूप से दफनाने में लग गया। इसके बाद भी पाकिस्तान के कई आतंकी अपने बोरिया बिस्तर के साथ पीओके से चले गये। पर पाक बौखलाहट में आ गया जिसकी वजह से कई तरह के बयान और सीज़ फायर का उलंघन जारी रखा है। पाक भारत से चार बार हार चुका है और अब चाइना के समर्थन से भारत को उकसा रहा है। पर पाक को यह नहीं पता की अब पहले वाला भारत आज नहीं है। आज भारत के सवा सौ लोग और विश्व के लोग उसके साथ हैं। इस घटना के बाद पाकिस्तान में हड़कम्प का महौल है, भारतीय चैनलों का प्रसारण रोक दिया गया है। हाफिद सईद ने कहा कि इसका जवाब भारत को ज़रूर मिलेगा।

विपक्ष में बैठे इमरान खान ने कहा कि मोदी को हम सबक सिखायेंगे। पाक के सेना प्रमुख कह रहे हैं कि एटम बम तैयार है। वहीं पाक का दोस्त चीन भारत की ब्रह्पूत्र की सहायक नदी का पानी रोक दिया है और अजहर मसूद पर वीटो करके उसको बचा रहा है जो एक खूँखार आतंकवादी है। पर इन सब हरकतों से निश्चिंत देश के गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि घबराने की ज़रूरत नहीं है आगे आगे देखिये होता है क्या। एक दिन पहले ही थल सेना प्रमुख सुहाग कश्मीर दौरा किया। पर अब इस रुख से लगता है कि भारत रुकने वाला नहीं है और पाक जो चाहता है उसको भारत पूरा कर देगा। पाक का दोस्त चीन तो अपनी दोस्ती इस झगणे में निभा दी है पर अब बारी है हिंदुस्तान के दस्तों की जो दोनों पर भारी पड़ सकता है। इस लिये अब भी समय है कि पाक सुधर जाये वर्ना इसका गम्भीर परिणाम उसे भोगना पड़ सकता है। वैसे पाक के एक जर्नलिस्ट ने कहा है कि युद्ध हुआ तो पाकिस्तान का वजूद ख़त्म हो जायेगा।