कायाकल्प अभियान में हनुमानगढ़ प्रथम

www.khaskhabar.com | Published : मंगलवार, 27 सितम्बर 2016, 10:42 PM (IST)

चुरू। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा लांच किए गए स्वच्छ भारत अभियान के दर्शन को कार्यान्वित करने के लिए स्वास्थ्य मंत्रालय ने वर्ष 2015 में कायाकल्प अभियान शुरू किया, ताकि सरकारी स्वास्थ्य सुविधाओं में स्वच्छता, साफ-सफाई के मानक तय हो सकें। इसी कायाकल्प अभियान के फाइनल चरण में प्रदेश के चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मन्त्री राजेन्द्र राठौड के गृहक्षैत्र चूरू का राजकीय भरतिया अस्पताल भी अथक प्रयासों के बाद तीसरे स्थान पर आने में कामयाब हो गया है जबकि पड़ौसी जिला हनुमानगढ़ इस बार अव्वल रहा है। हनुमानगढ़ को प्रथम पुरस्कार के तहत 50 लाख रुपए मिलेंगे। वहीं दूसरे स्थान पर पाली जिला चिकित्सालय को 20 लाख रुपए तथा चिकित्सा मन्त्री के राजकीय डेडराज भरतीया जिला चिकित्सालय (डीबीएच) चूरू को तीसरे स्थान पर रहने पर केवल तीन लाख रुपए ही मिलेंगे। हालांकि सबसे अधिक 98.2 अंक लाने के बावजूद भी राजसमंद जिला अस्पताल पुरस्कार की दौड़ से बाहर हो गया। कायाकल्प पुरस्कार के लिए राजकीय भरतिया अस्पताल को प्रथम चरण में 74.6 फीसदी, दूसरे चरण में 81.0 फीसदी तथा फाइनल चरण में 88.0 फीसदी अंक मिले। इधर सीएचसी लेवल पर जिले की 14 सीएचसी योजना के तहत फेल साबित हुई है। जिले में कुल 16 सीएचसी है, जिनमें से 14 सीएचसी योजना के अंतिम पड़ाव तक पहुंचे-पहुंचते फेल हो गई। केवल सांडवा और कानूता सीएचसी ही एक लाख का ईनाम हासिल करने में कामयाब हो सकी।
चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री राजेन्द्र राठौड़ के अथक प्रयास के बावजूद उनके शहर चूरू का जिला अस्पताल कायाकल्प पुरस्कार 2016 में प्रथम स्थान प्राप्त नहीं कर सका, अस्पताल को तीसरे स्थान से ही संतोष करना पड़ा। चूरू जिला चिकित्सालय पिछले साल पुरस्कार की दौड़ से बाहर हो गया था लेकिन इस बार कठिन परिश्रम के बाद तीसरे स्थान पर आने में कामयाब रहा। अस्पताल प्रशासन का दावा है कि अगली बार चूरू जिला अस्पताल प्रथम स्थान पर रहेगा। कायाकल्प योजना के तहत प्रत्येक राज्य के दो अस्पतालों को 50 लाख का पहला और 20 लाख का दूसरा पुरस्कार केंद्र सरकार द्वारा दिया जाना हैं। स्वच्छ भारत मिशन के अंतर्गत अभियान के तहत स्टेट लेवल पर प्रथम रहने वाले अस्पताल को 50 लाख रुपए प्रदान किए जाएंगे।