जल संरक्षण के लिए भामाशाहों ने खोला खजाना

www.khaskhabar.com | Published : मंगलवार, 27 सितम्बर 2016, 8:44 PM (IST)

सीकर। मुख्यमंत्री जल स्वावलंबन अभियान के पहले चरण में बेहतर योगदान के बाद अब दूसरे चरण में भी जिले के भामाशाहों ने भरपूर रूचि दिखाई है। मंगलवार को जिला परिषद सभागार में हुई कार्यशाला में भामाशाहों ने अपना खजाना एमजेएसए के लिए खोलते हुए विभिन्न कार्य कराने की घोषणा की।
जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी केएल बाडेटिया की अध्यक्षता में हुई बैठक में जिले के करीब 75 सामाजिक, धार्मिक समूह प्रतिनिधियों एवं भामाशाहों ने भाग लिया। इस दौरान जीणमाता ट्रस्ट के पुजारी भवानी शंकर पाराशर ने जल संरक्षण के लिए दो कार्य अपनी तरफ से कराने की घोषणा की। डीएस ग्रुप ने पंद्रह से बीस लाख रुपए तक के कार्य अपने तरफ से कराने पर स्वीकृति दी। इसी प्रकार एग्रो बायोटेक के प्रतिनिधि ने दो कार्य कराने की घोषणा की। अजीतगढ औद्योगिक संघ के धीरज कुमार शर्मा ने प्रत्येक कारखाने में वाटर रिचार्ज स्ट्रक्चर बनाए जाने की घोषणा की। नीमकाथाना क्रेशर यूनियन के प्रतिनिधियों ने कहा कि क्रेशर यूनिटों के आसपास वाटर रिचार्ज के लिए स्ट्रक्टचर बनाए जाएंगे। रामगढ सेठान विकास ट्रस्ट के जगदीश जौहरी ने बताया कि उनके द्वारा पहले भी जल संरक्षण के कार्य कराए गए हैं तथा भविष्य में भी अपेक्षा के अनुसार सहयोग दे दिया जाएगा। नेहरू युवा केंद्र के बीएल मील ने कहा कि नेहरू युवा केंद्र से जुड़े नवयुवक मंडलों द्वारा गांवों में जनजागरण का काम किया जाएगा। इसके लिए वे तीन दिन में अपनी कार्ययोजना बनाकर दे देंगे।
एमजेएसए प्रभारी राजेंद्र प्रसाद ने प्रथम चरण में हुए कार्यों को पावर प्वाइंट प्रजेंटेशन के जरिए प्रदर्शित किया और एमजेएसए के दूसरे चरण में शामिल गांवों के बारे में विस्तार से बताया। इस दौरान एसीईओ इंदिरा शर्मा, कृषि उपनिदेशक प्रमोद कुमार, सहायक वन संरक्षक गुलजारी लाल, जिला परिषद के एक्सईएन पीसी मीना सहित संबंधित अधिकारीगण मौजूद थे।