बाल संरक्षण के प्रति संवेदनशीलता जरूरी

www.khaskhabar.com | Published : मंगलवार, 27 सितम्बर 2016, 7:04 PM (IST)

बाड़मेर। बाल संरक्षण के प्रति संवेदशीलता जरूरी है। बाल संरक्षण से जुड़े मामलो में प्रशासन एवं पुलिस के साथ स्वयंसेवी संगठन महत्वपूर्ण भूमिका निभाएं। बाल संरक्षण के क्षेत्र में बेहतरीन कार्य करते हुए मानवीय संवेदना के सहभागी बने। राजस्थान राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग की अध्यक्ष मनन चतुर्वेदी ने मंगलवार को जिला मुख्यालय पर कलेक्ट्रेट कांफ्रेंस हाल में जिला स्तरीय अधिकारियों एवं बाल संरक्षण से जुडी संस्थाओं के पदाधिकारियों की बैठक के दौरान यह बात कही। चतुर्वेदी ने कहा कि बाल संरक्षण एवं उनके अधिकारों के लिए मानवीय भाव रखते हुए विशेष प्रयास करने के साथ उनको मिलने वाली सुविधाआं का फायदा दिलवाया जाए। उन्होंने कहा कि बाल श्रम की रोकथाम के लिए यह सुनिश्चित किया जाए कि किसी भी स्थिति में बाल श्रम नहीं हो एवं जो संचालक बाल श्रम कराते है , उनके खिलाफ पुलिस कठोर कार्यवाही करें। बाल श्रम से मुक्त कराएं गए बच्चों का फॉलोअप भी करने तथा श्रम रोकथाम के लिए वातावरण निर्माण करनें एवं इसके संबंध में कानूनी प्रावधानों की जानकारी भी प्रचारित करने पर बल दिया। उन्होंने सम्प्रेषण गृहों में अपचारित बच्चो कों कम से कम रखने एवं उन्हें समय पर न्याय दिलाने के निर्देश किशोर न्याय बोर्ड को दिए। उन्होंने कहा कि उनकी सेवा कभी भी निष्फल नहीं जा सकती इसलिए समन्वित प्रयासों के जरिए अच्छे कार्य कर मानवीय संवेदना के सहभागी बनें। उन्होंने बालिकाओं के बलात्कार के मामलों में पुलिस की ओर से त्वरित कार्यवाही संवेदन शीलता के साथ करने के निर्देश दिए।