कुख्यात आनन्दपाल की तलाश जारी, सोशल मीडिया पर भी नजर

www.khaskhabar.com | Published : मंगलवार, 27 सितम्बर 2016, 2:20 PM (IST)

अजमेर। कुख्यात गैंगस्टर आनन्दपाल सिंह को पकडऩे में तो पुलिस को कोई सफलता हाथ नहीं लगी लेकिन, इस बीच राजस्थान पुलिस ने अब तक अलग-अलग ठिकानों से आनन्दपाल के 62 गुर्गों को गिरफ्तार किया है। इतना समय बीतने के बाद भी आनन्दपाल के पुलिस गिरफ्त से बाहर होने के पीछे सोशल मीडिया को भी जिम्मेदार माना जा रहा है। लंबे समय से राजस्थान की पुलिस और सरकार के लिए चुनौती बने वांटेड अपराधी आनन्दपाल सिंह की तलाश में पूरे राजस्थान में सर्च ऑपरेशन जारी है। एक साल पहले पुलिस की गिरफ्त से फरार आनन्दपाल आज भी खुली हवा में सांस ले रहा है। इस विषय में जब अजमेर आईजी मालिनी अग्रवाल से बात की तो हमेशा की तरह उन्होंने कहा कि आनंदपाल जल्द ही पुलिस की गिरफ्त में होगा।

एक दिन में 35 स्थानों पर दबिश

अग्रवाल ने बताया कि दो दिन पहले पुलिस ने एक ही दिन में अजमेर के किशनगढ़ के साथ ही चूरू, नागौर और बीकानेर के 35 स्थानों पर आनन्दपाल की तलाश में दबिश दी लेकिन, हाथ कुछ नहीं लगा। यह हालात तब है जब बीस हजार से ज्यादा पुलिसकर्मी आनन्दपाल को तलाश रहे हैं। ऐसा नहीं है कि पुलिस को आनन्दपाल की तलाश में कोई कामयाबी नहीं मिली हो। पुलिस ने उसकी फरारी के बाद एक के बाद एक कुल 62 गुर्गों को सलाखों के पीछे पहुंचा दिया है लेकिन, सवाल जस का तस है कि आखिर आनन्दपाल सिंह कैसे फरार है।

सोशन मीडिया पर भी नजर

इस पूरी कहानी में अब पुलिस सोशल मीडिया की भूमिका भी अहम मानते हुए तलाश रही है। अपराधी को पकडऩे के लिए सबसे महत्वपूर्ण संचार माध्यम होता है लेकिन पुलिस अभी तक यह भी पता नहीं लगा पाई है कि आखिर आनन्दपाल अपने गुर्गों से किस माध्यम से सम्पर्क करता है। एक अंदेशा इस बात का भी है कि आनन्दपाल अपने लोगों से सम्पर्क में रहने के लिए कही फेसबुक कॉलिंग या व्हाट्सएप्प कॉलिंग का सहारा तो नहीं ले रहा है। इस बात पर आईजी मालिनी अग्रवाल ने कहा कि यह दोनों ही माध्यम ऐसे हैं, जिस पर सरकार या पुलिस की कोई निगरानी संभव नहीं है। इन दोनों सोशल मीडिया माध्यमों के सर्वर भी देश के बाहर होने के चलते पुलिस को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।