लखनऊ। अखिलेश सरकार द्वारा मंत्रिमंडल में गायत्री प्रजापति को शामिल करने
पर विपक्षी पार्टियों द्वारा तीखी प्रतिक्रिया हो रही है। उप्र कांग्रेस कमेटी के कम्युनिकेशन
विभाग के चेयरमैन एवं पूर्व मंत्री सत्यदेव त्रिपाठी ने प्रतिक्रिया व्यक्त करते
हुए कहा कि लोकायुक्त से लेकर सभी जगहों पर खनन विभाग का भ्रष्टाचार पूरे प्रदेश
की जनता में चर्चित रहा है। गायत्री प्रजापति की मंत्रिपरिषद में वापसी के द्वारा
भ्रष्टाचार का महिमामण्डन किया गया है। मैं समाजवादी पार्टी को उनके आदर्श डॉक्टर
लोहिया की याद दिलाना चाहूंगा जिनके शब्दों में वर्तमान राज ‘‘लूट
और भोग’’ का राज है। यह प्रदेश की जनता के साथ खिलवाड़ है और 2017 में जनता
इसका जवाब देगी।
वहीं बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष केशव प्रसाद
मौर्य ने प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि प्रदेश की समाजवादी सरकार ने
भ्रष्टाचार के गंभीर आरोपों में घिरे गायत्री प्रसाद प्रजापति की पुनः मंत्री
मण्डल में वापसी भ्रष्टाचार को खुलेआम स्वीकृति प्रदान करना है। उन्होंने कहा कि
जिस व्यक्ति के विरूद्ध उच्च न्यायाल द्वारा सीबीआई जांच के आदेश किये गये उसको
पुनः मंत्री पद नवाजना भ्रष्टाचार को मजबूती प्रदान करना है।
बीजेपी अध्यक्ष ने कहा कि लगातार साढ़े चार
वर्षों से सरकार के अन्दर कई शक्ति केन्द्रों की बात चर्चा में रही है। जिसके कारण
प्रदेश का विकास अवरूद्ध रहा, भ्रष्टाचार और अपराध पर कोई नियत्रंण
सम्भव नहीं हो सका। उन्होंने कहा कि श्री अखिलेश यादव के आठवें मंत्री मण्डल
विस्तार में उन्हीं द्वारा बाहर किये गये तीन मंत्रियों की शपथ ने पुनः सरकार के
कई शक्ति केन्द्रों की चर्चा को प्रमाणित कर दिया है।
केशव मौर्य ने अखिलेश सरकार पर तीखा प्रहार
करते हुए कहा कि मंत्री मण्डल विस्तार से जहां एक तरफ भ्रष्टाचार को खुली स्वीकृत
मिली है वहीं दूसरी तरफ खनन माफियाओं, जमीनों पर अवैध कब्जों, भ्रष्टाचार
तथा अपराध में लिप्त ऐसे तत्वों को भी खुलेआम संरक्षण प्राप्त हुआ है। जो अभी तक
सरकार के शक्ति केन्द्रों से संरक्षण प्राप्त कर खनन लूट और जमीनों पर अवैध कब्जों
को अंजाम दे रहे थे। तथा किसानों, गरीबों और बेरोजगारों का हक मारकर अपनी
तिजोरी भर रहे थे।