गायत्री पड़े मुख्यमंत्री पर भारी, चौथी बार मंत्री बनाना मुख्यमंत्री की मजबूरी!

www.khaskhabar.com | Published : मंगलवार, 27 सितम्बर 2016, 09:57 AM (IST)

लखनऊ। जहां गायत्री मंत्र को जीवन का आधार कहा जाता है वहीँ गायत्री को अपनाना अखिलेश की मजबूरी साबित हुई। गायत्री प्रदेश के इकलौते ऐसे मंत्री हैं जिन्होंने 4 बार मंत्री पद की शपथ ली है। 2012 में चुनाव जीतने के बाद गायत्री का दबदबा लगातार बढ़ता गया। पहली बार विधायक बनने के बावजूद उन्हें पहले राज्यमंत्री फिर राज्यमंत्री स्वतंत्र प्रभार और फिर कैबिनेट मंत्री बनाया गया और उनका कद लगातार बढ़ता ही गया। अब तो कद इतना बढ़ गया कि गायत्री मुख्यमंत्री पर भी भारी पड़ गए।

अखिलेश के ना चाहते हुए भी मंत्रिमंडल में शामिल होकर गायत्री ने अखिलेश की छवि को ही धो डाला। गायत्री की 2012 में जब वो चुनाव लड़े थे तो उनकी अचल संपत्ति 1.21 करोड़ और चल सम्पति 50.88 लाख थी जो कि 2016 में बढ़कर 950 करोड़ हो गयी है। गायत्री के खिलाफ आय से अधिक संपत्ति, अवैध खनन, भ्रष्टाचार और ज़मीनों पर कब्ज़े जैसे आरोप होने के बाद भी अखिलेश के मंत्रिमंडल में चौथी बार शामिल होना साबित करता है सपा सुप्रीमो का गायत्री को वरदहस्त प्राप्त है। जिन्हें अपने बेटे की छवि से ज्यादा गायत्री की चिंता है।