31 अक्टूबर का दिन भारतीयों के जहन में कहीं न कहीं के काले धब्बे की तरह जरूर मौजूद है। सिख संप्रदाय पर हुए अत्याचार की कहानी कहने के अनछुए पहलू और एक सिख परिवार पर हुए निर्मम अत्याचार को 31 अक्टूबर फिल्म में दिखाया जाएगा।
इसी को लेकर बात करने फिल्म की एक्ट्रेस सोहा अली खान जयपुर में मौजूद
रहीं। उन्होंने इस सेंसिटिव इशू को लेकर मीडिया से बातचीत की। इंदिरा
गांधी की हत्या के बाद एक सिख परिवार पर क्या बीतती है, इसी को लेकर फिल्म
की कहानी आगे बढ़ती है। इस सेंसिटिव सब्जेक्ट को लेकर हमें बड़े ध्यान से
आगे बढऩा था।
आखिर कौन दंगों के पीछे था, कौन रोक सकता था और इसमें किसका
फायदा हुआ यही फिल्म 31 अक्टूबर में दिखाया गया है।
कुछ लोग फिल्म देखे
बिना उसपर अपनी ओपिनियन देते हैं। ऐसे मैं यह फिल्म किसी विवाद को बढावा ना
देकर सिर्फ अपने मुद्दे पर चलेगी। जो मुद्दा सिक्ख परिवार की सुरक्षा और
उनके हालातों का रहा था।
ये कुछ इस तरह था कि कहानी सुनने के बाद मेरे भी रोंगटे खड़े हो गए। बोलने, सुनने अपना धर्म मानने वाले अधिकारों की सुरक्षा वाले देश में सिखों के साथ परायों सा व्यवहार हुआ। लोगों को ढूंढ कर मारा जाता था, जिन्होंने अपने घरों में सिक्खों को रखा था उन्हें भी इसका खामियाजा भुगतान पड़ा था। यही मार्मिक कहानी इस फिल्म में दिखाई जाएगी।
फिल्म के दौरान हरियाणा में पटौदी गांव में हुई घटना का जिक्र भी मेरी मां ने किया। उन्होंने बताया कि उस दिन रात को 19 सिख संप्रदाय के लोगों की हत्या हुई थी। मेरे लिए यह सहम जाने वाली बात थी।