श्रीनगर। कश्मीर में शनिवार को 78वें दिन भी बंद है, जिसे देखते हुए प्रशासन ने श्रीनगर शहर तथा कुछ अन्य इलाकों में कानून एवं व्यवस्था बनाए रखने के लिए भारी सुरक्षा बलों की तैनाती की है। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि हालांकि घाटी में भारी सुरक्षा बलों की तैनाती की गई है, पर कहीं भी कफ्र्यू नहीं लगाया गया है।
घाटी में आठ जुलाई को हिजबुल मुजाहिदीन के आतंकवादी बुरहान वानी के
मारे जाने के बाद नौ जुलाई से शुरू हुई हिंसा व तनाव में अब तक 87 लोगों की
जान जा चुकी है, जबकि 11,000 से अधिक घायल हुए हैं। बारामूला जिले में
वसीम लोन नाम के 22 साल के एक युवक की शुक्रवार को गोली लगने से मौत हो गई।
पुलिस
का कहना है कि इलाके से सेना के वाहनों के गुजरने के दौरान युवाओं ने उन
पर पथराव शुरू कर दिया, इसी दौरान वसीम की जान गई। वहीं, स्थानीय लोगों का
आरोप है कि उसे बिना किसी उकसावे के गोली मारी गई, जब वह धान के खेत में
काम कर रहा था।
श्रीनगर और घाटी के कुछ अन्य शहरों तथा कस्बों में
हालांकि कुछ वाहनों की आवाजाही देखी गई, लेकिन सार्वजनिक परिवहन आम तौर पर
सडक़ों से दूर रहे। शैक्षणिक संस्थान, मुख्य बाजार और अन्य व्यावसायिक
प्रतिबंध पिछले 78 दिनों से बंद हैं।
(आईएएनएस)