नई दिल्ली। रविवार तडके जम्मू कश्मीर के उरी सेक्टर में सेना के हेडक्वार्टर पर हुए आतंकी हमले के बाद भारत में मातम पसरा है। गौरतलब है कि इस आंतकी हमले में भारतीय सुरक्षा बलों के 18 जवान शहीद हो गए। इस हमले के पीछे पाकिस्तान का हाथ होने के पुख्ता सबूत मिले हैं लेकिन पाकिस्तान को जरा भी शर्म नहीं है। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने सांत्वना के दो शब्द कहना तो दूर बल्कि उरी पर किए सवालों के भागते नजर आए। गौरतलब है कि नवाज शरीफ इस समय न्यूयॉर्क में यूएन सम्मेलन में हिस्सा लेने पहुंचे हुए हैं।
न्यूयॉर्क में जब एक पत्रकार ने नवाज शरीफ से उरी हमले के बारे में सवाल
पूछा तो उन्होनें कोई जवाब नहीं दिया सिर्फ कर दिया। वहीं नवाज शरीफ के
विदेश सलाहकार सरताज अजीज ने भी उरी हमले पर अपना मुंह बंद रखा। लेकिन पाक
प्रधानमंत्री न्यूयॉर्क में कश्मीर राग अलापने से नहीं चूके। नवाज शरीफ जब
न्यूयॉर्क में अमेरिका के विदेश मंत्री जॉन केरी से मिले तो कश्मीर मामले
में दखल देने की मांग रख दी। इतना ही नहीं केरी से मिलने से पहले नवाज ने
सुरक्षा परिषद के अमेरिका, चीन, फ्रांस, रूस और ब्रिटेन के
राष्ट्राध्यक्षों-शासनाध्यक्षों को चि_ी लिखी।
चिट्ठी में नवाज ने
लिखा कि कश्मीर मुद्दे का समाधान नहीं होना क्षेत्र में तनाव और अस्थिरता
का निरंतर स्रोत बना हुआ है जिससे विश्व शांति एवं सुरक्षा को खतरा पैदा
होता है। आप जम्मू-कश्मीर में रक्तपात तत्काल रोकने की पहल करें। वहीं
पाकिस्तानी सेना ने कहा है कि भारत के बयान शत्रुतापूर्ण हैं। पाकिस्तानी
सेना जवाब देने को पूरी तरह से तैयार है। भविष्य में पाकिस्तान की अखंडता
और संप्रभुता के खिलाफ किसी मंसूबे को नाकाम किया जाएगा।
सुुषमा यूएन में उठाएगी मुद्दा:
गौरतलब
है कि मौका भारतीय विदेश मंत्री सुषमा स्वराज भी 26 सितंबर को यूएन में
संबोधन देगी। यूएन में सुषमा स्वराज उरी हमले का मुद्दा उठाएगी और वहां पाक
को बेनकाब करेंगी। गौरतलब है कि उरी में मिले आतंकियों के सामान पाकिस्तान
के खिलाफ सबूत हैं।
पाक के खिलाफ पुख्ता सबूत:
गौरतलब
है कि उरी हमले के पीछे पाकिस्तान का हाथ है इसके पुख्ता सबूत भारत के पास
हैं। हांलांकि पाकिस्तान इस हमले से इंकार कर रहा है लेकिन सेना का दावा है
कि हमला पाकिस्तान ने ही किया है और इसके उसके पास पुख्ता सबूत हैं। सेना
ने आतंकियों का सामान दिखाकर अपनी बात साबित की है।