यहां परियों सी खूबसूरती के साथ नजर आती है बहादुरी

www.khaskhabar.com | Published : मंगलवार, 13 सितम्बर 2016, 11:58 AM (IST)

जोधपुर। मरुधरा की माटी में इंसानों की नस्ल बेहद खूबसूरत और जांबाज होती है। मरुधरा में नारी की खूबसूरती और जांबाजी के लिए बहुत कुछ कहा और लिखा गया है। जोधपुर का खेजड़ली मेला भी नारी की इन पंक्तियों की असल तस्वीर हमारे सामने लाता है। मरुभूमि की फिजाओं में तैरती इन पंक्तियों में यहां की सुंदरता और जांबाजी का बखान है। इन पंक्तियों में मरुधरा की पूरी हकीकत दर्ज है।

क्या हैं पंक्तियां

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जळ उण्डा, थळ ऊजला। नारी नवले भेश, पट दर पूत निपजै। आवौ नी, पधारो म्हारे मरुधर देश। मरुधरा की संस्कृति और उसके रंग भी यहां के मेलों में नजर आते हंै। जोधपुर का खेजड़ली गांव में लगने वाले मेले में मरुधरा की नारियां सज-धज क र आती हंै। बड़ी आंखें, बड़ा कद और फिर सोने के गहनों में लदकद यहां आने वाली नारियां संस्कृति और उसके रंगों को दुनिया के सामने ला देती हंै।

‘निपि चुंपि गार और ओडी पैरी नार’

यकीन मानिए दुनिया में गवर सी सजी धजी नारी का नवल वेश सिर्फ और सिर्फ यहीं नजर आता है। मारवाड़ में नारी के लिए कहा भी गया है कि ‘निपि चुंपि गार और ओडी पैरी नार’ का कोई सानी नहीं है।

कसुम्बल रंग का नहीं सानी

जाहिर है आप दुनिया में किसी भी कोने में बैठे हों, आपके लिए यहां आना सम्भव न हो, लेकिन इन तस्वीरों के जरिए आप भारत के मरु प्रदेश राजस्थान के एक हिस्से जोधपुर की संस्कृति के कसुम्बल रंग (लाल और पीले का मिश्रण) इन तस्वीरों में देख सकते हैं।