प्रतापगढ़। कहा जाता है कि जीवन के बाद मृत्यु अंतिम विश्राम होती है लेकिन प्रतापगढ़ में एक समुदाय ऐसा है जो अपने इस अंतिम विश्राम को भी तरस रहा है। इस समुदाय के लोगों को अंतिम संस्कार के लिए अन्य जिलों में जाना पड़ता है। जिससे लोगों को खासी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। यहां जिला कलक्टर की जनसुनवाई में लोगों ने भूमि आवंटन की मांग की है।
दो सौ परिवारों के सामने है संकट
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ईसाई समुदाय के लोगों ने कब्रिस्तान की जमीन आवंटित करने की मांग को लेकर जिला कलक्टर को ज्ञापन सौपा। ईसाई समुदाय के सचिव के.एम. जेम्स ने कि प्रतापगढ़ में उनके समुदाय के लगभग दो सौ परिवार रहते हैं। समाज के कब्रिस्तान के लिए भूमि नहीं है। किसी व्यक्ति की मृत्यु होने पर शव का अंतिम संस्कार करने के लिए बांसवाड़ा या अन्य जिलों में जाना पड़ता है। उन्होंने कब्रिस्तान के लिए शीघ्र भूमि आवंटित कर उनकी समस्या का समाधान करने की मांग की। जिला कलक्टर ने मामले की गंभीरता महसूस करते हुए तहसीलदार रामचन्द्र खटीक को तीन स्थानों पर भूमि चिह्नित कर रिपोर्ट प्रस्तुत करने के निर्देश दिए।