चंडीगढ़। हरियाणा के स्वास्थ्य मंत्री अनिल
विज ने कहा कि राष्ट्रीय किशोर स्वास्थ्य कार्यक्रम के तहत एनीमिया की
रोकथाम के लिए प्रदेश के 10 से 19 वर्ष आयुवर्ग के 13 लाख से अधिक स्कूली
एवं गैर स्कूली किशोरों को आयरन की गोली खिलाई गई हैं।
विज
ने बताया कि हरियाणा में स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय, भारत
सरकार के राष्ट्रीय किशोर स्वास्थ्य कार्यक्रम की शुरूआत वर्ष 2014 के अंत
में की थी।इस कार्यक्रम को प्रदेश के अम्बाला, भिवानी, करनाल, जीन्द,
पानीपत, पंचकूला, यमुनानगर, मेवात व पलवल सहित 9 जिलों में आरम्भ किया गया
था। इसके अन्तर्गत किशोरों के पोषण में सुधार, यौन एवं प्रजनन स्वास्थ्य को
बढ़ाना, गैर संचारी रोगों पर नियंत्रण व रोकथाम, मादक द्रव्यों के प्रयोग
पर रोक, लिंग आधारित हिंसा की रोकथाम तथा मानसिक स्वास्थ्य को दुरूस्त करने
का लक्ष्य रखा गया था।
स्वास्थ्य
मंत्री ने कहा कि इस लक्ष्य की प्राप्ति के लिए सरकार ने प्रदेश के 18
जिला अस्पतालों, 14 उपमंडल अस्पतालों, 104 सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों
तथा 137 प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों में मित्रता क्लिनिकस में
प्रशिक्षित चिकित्सकों तथा 67 अन्य काउंसलरों द्वारा किशोरों को सेवाएं
प्रदान की जा रही है। इससे अभी तक 4 लाख से अधिक किशोरों का मार्गदर्शन एवं
उपचार किया गया है। प्रदेश में ग्राम स्तर पर 1403 किशोर स्वास्थ्य दिवसों
का आयोजन किया गया है। इसके अलावा, सरकार द्वारा चालू वित्तवर्ष के लिए
विफ्स आईएफए तथा एल्बेंडाजोल की गोलियां खरीदने के लिए 144.39 लाख रुपये
मंजूर किये हैं।
विज ने बताया
कि सरकार द्वारा आई पी ग्लोबल के तकनीकी सहयोग से 13 से 17 वर्ष आयु वर्ग
के बच्चों में एल्कोहल के इस्तेमाल, नशीली दवाओं व तम्बाकू का प्रयोग का
पता लगाने के लिए एक सर्वेक्षण करवाया गया, जिसके परिणामों के आधार पर
किशोरों के लिए नई संचार रणनीति विकसित की जाएगी। इस सर्वे में प्रदेश के
पंचकूला, अम्बाला, पलवल, पानीपत, जीन्द तथा भिवानी जिलों के ग्रामीण एवं
शहरी स्कूलों के सातवीं से 12 तक के बच्चों को शामिल किया गया, इससे किशोर
के व्यवहारात्मक गतिविधियों को समझने की कौशिश की गई।