भोपाल। समन्वय सभा में सरकार के खिलाफ उठी आवाजों के दौरान मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मंगलवार को अपने मंत्रियों और सीनीयर ऑफ़िसर्स की जमकर क्लास ली है। मिली जानकारी के अनुसार पिछले करीब 11 साल से मुख्यमंत्री की कुर्सी सम्भाल रहे शिवराज पहली बार बेहद गुस्से में नजर आये। उन्होंने मंत्रियों और अफसरों को स्पष्ट हिदायत दी कि वे जनता की शिकायतों को सुनें और उनका समाधान करवायें। मुख्यमंत्री के इन तेवरों से मंत्रियों और अफसरों में परेशानी है।
फिलहाल दो दिन पहले अमेरिका यात्रा से लौटे शिवराज सिंह चौहान ने मंगलवार
को कैबिनेट बैठक के बाद मंत्रियों और प्रमुख सचिवों की बैठक बुलाई। दोपहर
12 बजे से शाम 5 बजे तक चली इस बैठक में शिवराज ने विभागवार समीक्षा की।
मंत्रियों की मौजूदगी में उन्होंने अफसरों को सख्त निर्देश दिये।
मुख्यमंत्री ने अफसरों की मौजूदगी में मंत्रियों से कहा कि वे जनता के बीच
जाकर यह पता लगाएं कि लोगों को सरकारी योजनाओं का फायदा मिल रहा है कि
नहीं। शिवराज ने मंत्रियों से कहा, आप लोग इस बात का पता लगाएं कि ऑफिसर्स
आम आदमी की बात सुनते हैं या नहीं। इसके अलावा यह भी पता करें कि उनकी
समस्याओं को लेकर सरकारी मशीनरी का क्या रवैया है।
खबरों की माने तो मुख्यमंत्री ने एक-एक विभाग के बारे में मंत्रियों से सवाल-जवाब किये। साथ ही उन्हें सख्त लहजे में हिदायतें भी दी। सभा में कुछ विभागों की ओर से प्रजेंटेशन भी दिये गये। शिवराज के सख्त रूख का अंदाज इस बात से लगाया जा सकता है कि आज की बैठक के लिये मंत्रियों ने अपने स्तर पर विशेष तैयारियां की है।