नोखा मे आवारा जानवरों का आतंक, लोग परेशान

www.khaskhabar.com | Published : बुधवार, 07 सितम्बर 2016, 1:28 PM (IST)

बीकानेर। नोखा कस्बे की हर गली-मोहल्ले में घूम रहे आवारा पशुओं से आमजन बेहद परेशान है। आए दिन इन आवारा पशुओं द्वारा नागरिकों को चोटिल किए जाने के बावजूद नगरपालिका प्रशासन चुप्पी साधे बैठा है। कस्बे में पिछले दिनों गोवंश की मार से एक महिला सहित दो व्यक्तियों की मौत हो गई। इन गोवंश ने इतना परेशान कर रखा है कि हर आदमी अपने घर के गेट को खोलने से पूर्व यह निश्चित करना चाहता है कि कोई गाय अथवा अन्य आवारा जानवर गेट के पास तो नहीं खड़ा है। ये गौवंश गेट खोलते ही जबरदस्ती गेट में प्रवेश करने की कोशिश में मानव को चोटिल करने में कोई कसर नहीं छोड़ते।

गोशाला वाले भी नहीं लेते सुध

नोखा उपखण्ड के आसपास लगभग एक दर्जन से अधिक गोशालाएं संचालित हो रही हैं। जिनमें दानदाताओं द्वारा करोड़ों रुपए का चंदा दिया जाता है। इन गोशाला संचालकों ने नोखा के गली-मोहल्लों में घूम रहे आवारा गोवंश की सुध लेने की जहमत कभी नहीं उठाई है। नोखा के मुख्य बाज़ार में भी आए दिन महिलाएं, बच्चे व बुजुर्ग इन आवारा जानवरों के कारण चोटिल होते रहते हैं। सब्जी ठेले थड़ी वाले अकसर सड़ी-गली सब्जियों को रोड पर फेंकते रहते हैं। जिसके कारण आवारा पशुओं का मुख्य बाजार में जमावड़ा लगा रहता है। घण्टाघर से कटला चौक के बीच जाने वाले राहगीर को हमेशा यह भय सताता रहता है कि उसके द्वारा पैसे खर्च करके खरीदी गई सब्जी कभी भी इन आवारा पशुओं द्वारा छीनी जा सकती है।

आगे आएं स्वयंसेवी संस्थाएं

नगरपालिका अध्यक्ष नारायण झंवर का कहना है कि कोई स्वयंसेवी संस्था आगे आकर चारे पानी की व्यवस्था करवा सके तो नगरपालिका इन आवारा घूम रहे पशुओं के लिए गोचर भमि में जगह दिलाने की व्यवस्था कर सकती है।