भारतीय मूल की प्रियंका बनीं मिस जापान, छिड़ी ये बहस

www.khaskhabar.com | Published : मंगलवार, 06 सितम्बर 2016, 11:48 AM (IST)

टोक्यो। हाथियों को ट्रेनिंग देने का लाइसेंस रखने वाली भारतीय मूल की प्रियंका योशिकावा को मिस जापान का ताज पहनाया गया है। इस युवती को मिस जापान के खिताब से नवाजा जाने के बाद देश में भी खुशी का माहौल है। यह पहला मौका है जब किसी भारतीय मूल की युवती ने यह खिताब हासिल किया हो। प्रियंका के पिता भारतीय हैं और उनकी मां जापानी हैं।



अरियाना मियामोतो के जापान का प्रतिनिधित्व करने वाली प्रथम अश्चेत महिला बनने और आलोचनाओं का सामना करने के सालभर बाद प्रियंका योशीकावा को यह ताजा पहनाया गया है। इस ऐलान के साथ नस्ली समानता की एक नई बहस छिड़ गई है।

सोशल मीडिया पर यह ट्रेंड करने लगा कि मिस यूनीवर्स जापान को पूरी तरह से जापानी होना चाहिए न कि ‘आधा’। इस शब्द का इस्तेमाल मिश्रित नस्ल को लेकर किया जाता है। योशीकावा ने एक इंटरव्यू के दौरान कहा कि अरियाना से पहले मिश्रित नस्ल की लड़कियां जापान का प्रतिनिधित्व नहीं कर सकती थीं। बॉलीवुड अदाकारा की तरह दिखने को लेकर उन्हें इस खिताब को जीतने में मदद मिली।

प्रियंका का जन्म टोकयो में हुआ था। उनके पिता भारतीय हैं जबकि मां जापानी हैं। उन्होंने जापान में नस्ली पूर्वाग्रह के खिलाफ लड़ाई जारी रखने का संकल्प लिया है। उन्होंने कहा, ‘हम जापानी हैं। हां, मैं आधी भारतीय हूं और लोग मुझसे मेरी नस्ली शुद्धता के बारे में पूछते हैं।

उन्होंने कहा कि मुझे अपने पिता के भारतीय होने पर गर्व है। मुझे गर्व है कि मेरे अंदर भारतीयता है। लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि मैं जापानी नहीं हूं।’ आपको बता दें कि योशीकावा 22 अब दिसंबर में वाशिंगटन में होने वाले मिस वर्ल्ड खिताब के लिए जाएंगी।