ये कैसी जलन, चाची ने नवजात को अस्पताल की छत से फेंका

www.khaskhabar.com | Published : मंगलवार, 06 सितम्बर 2016, 09:37 AM (IST)

कानपुर। ‘जाको राखे साईंया, मार सके ना कोय’ यह कहावत यूपी के कानपुर में उस समय सही साबित हुई जब एक महिला ने एक नवजात को अस्पताल की बालकनी से तीस फिट नीचे जमीन पर फेंक दिया। लेकिन, गनीमत रही कि मासूम जमीन पर गिरने के बजाय पडोस वाले पड़ोस के मकान में लगे लोहे के जाल में फंस गया और उसकी जान बच गई। बच्चे के गायब होने और सीसीटीवी फुटेज खंगालने पर मामले का खुलासा हुआ।[# अपने राज्य / शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे]






चौंकाने वाली बात ये है कि मासूम को बालकनी से फेंकने वाली महिला कोई और नहीं, बल्कि मासूम की ही चाची थी। पुलिस को जांच में पता चला कि ईष्यावश महिला ने अपनी देवरानी के बेटे के पैदा होने पर मारने की कोशिश की थी क्योंकि उसके खुद तीन बेटियां हैं।

पुलिस के मुताबिक तिर्वा कन्नौज जिले के किसान दंपती सर्वेश और रमना को 18 दिन पहले बेटा हुआ था। डाक्टरों ने बताया कि शिशु सेप्टीसीमिया जैसी जानलेवा बीमारी का शिकार है। इलाज के लिये बच्चे को कानपुर के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया। सोमवार सुबह बच्चा बिस्तर से गायब दिखा। बच्चे की जगह किसी ने तौलिया लपेट कर रखा हुआ था। बच्चे के गायब होने से अस्पताल में हडक़ंप मच गया।

पुलिस ने अस्पताल पहुंच जांच शुरू की। अस्पताल के सीसीटीवी कैमरे की फुटेज चेक की गयी तो एक महिला बच्चे को कमरे से बच्चे को बालकनी में जाते दिखायी पड़ी और बाद में शॉल में तौलिया लपेट कर बच्चे के बिस्तर पर रखते देखी गयी। इसके बाद परिवारवालों से महिला की पहचान करायी गयी तो वो कोई और नहीं बच्चे की सगी चाची निकली। चाची ने तो अपनी तरफ से बच्चे की जान लेने की पूरी कोशिश की थी लेकिन बच्चा जमीन पर गिरने की बजाय पड़ोस के मकान में लगे लोहे के जाल में फंस गया।

उसे कुछ चोटें तो आयीं लेकिन उसकी जान बच चुकी थी। बच्चे को जाल से निकालने के लिये अस्पताल का एक कर्मचारी अपनी जान पर खेल गया। तीस फुट नीचे जाल पर कूदकर बच्चे को बाहर तो निकाल लाया लेकिन इस नेक काम में उसके पैर की हड्डी टूट गई। जख्मी शिशु को आईसीयू में भर्ती कराया गया है। वहीं, आरोपी चाची को गिरफ्तार कर लिया गया है।