विदेश में कारोबार के नाम पर एनआरआई को लगाया 15 करोड़ रुपए का चूना

www.khaskhabar.com | Published : शनिवार, 03 सितम्बर 2016, 11:03 PM (IST)

फगवाड़ा। विदेशों में कारोबार कराने के नाम पर एक एनआरआई को झांसे में लेकर फगवाड़ा के एक परिवार ने 15 करोड़ रुपए का चूना लगा दिया। इतना ही नहीं जब उसे शक हुआ तो शातिर लोगों ने गारंटी के तौर पर गुडग़ांव के किसी फ्लैट का ब्याना एनआरआई के नाम कर दिया, जो उनका था ही नहीं। मामला खुलने पर सतनामपुरा पुलिस ने एक परिवार की दो महिलाओं समेत पांच लोगों के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज कर लिया है। पुलिस के मुताबिक जांच सीआईए स्टाफ के हवाले कर दी गई है। अभी तक सभी आरोपी पुलिस गिरफ्त से बाहर हैं।

पुलिस की दी शिकायत में सरबजीत सिंह पुत्र जगीर सिंह वासी संघेड़ा रोड, बरनाला ने बताया कि वो 25 साल से बेल्जियम में रह रहा है। उसने बताया कि जून 2014 में दिल्ली एयरपोर्ट पर रेडिसन होटल में एक समागम के दौरान उसकी मुलाकात उसके दोस्त बलजिंदर सिंह ने लुकेश सिंह व इसके साथी से करवाई। लुकेश सिंह ने विदेश में कारोबार सैट कराने की बात कही। वह फगवाड़ा में उसके घर गया तो वहां उसको लुकेश का भाई मोहित सिंह व इसके मां बाप मिले। उन्होंने बातों में लेकर व्यापार में इनवेस्टमेंट के लिए मना लिया। बाद में अपने मां-बाप के साथ बरनाला उनके घर पर आए। सिंतबर 2014 में शिकायतकर्ता ने अपने भतीजे बलजीत सिंह पुत्र गुरजंट सिंह के साथ फगवाड़ा आदर्श नगर लुकेश के घर आकर एक करोड़ रुपए दिए। लुकेश सिंह, इसके भाई मोहित सिंह, माता वीना रानी व पिता सोहन सिंह आदि ने सारे पैसे गिन कर रख लिए। बाद में इन्होंने ओर पैसों का प्रबंध करने को कहा। 3-4 दिन बाद लुकेश ने अपने माता पिता व परिजनों के साथ आकर बरनाला आकर उनसे 75 लाख रुपए ले गए। बिजनेस के बारे में उसने बताया कि फोरेक्स ट्रेडिंग, करेंसी ट्रेडिंग,वगोल्ड ट्रेडिंग व प्रापर्टी का है। इन्होंने कहा कि इसके लिए दिल्ली में दफतर खोला जाएगा। पर बाद में उसने दुबई में बिजनेस खोलने की बात कह कर उनको दुबई बुलाया। वहां एसीसी मार्किट मरीना में कंपनी रजिस्टर्ड करवा कर उसको 50 फीसदी का भागीदार बना लिया, जबकि बात 75 फीसदी की हुई थी। बाद में उसने अपने बेटे जसप्रीत को दुबई भेजा। कम उम्र होने का के कारण उन्होंने जसप्रती को झांसे में ले लिया तथा इनके कहने पर अपने रिश्तेदारों से करीब 15 करोड़ रुपए इनवेस्ट करवा दिए। बाद में बदनीयतन होकर दुबई कंपनी के फर्जी पेपर तैयार करवा कर लुकेश ने अपनी पत्नी इदालिम, भाई मोहित आदि को बराबर के भाईवाल बना कर सारा पैसा अपने तथा अपनी पत्नी के नाम ट्रांसफर करवा लिया। घोटाले का पता लगने के बाद में सारा परिवार अंडर ग्राउंड हो गया। बाद में ब्याने वाली कोठी बेचने लगे तो पता चला कि कोठी भी उनकी नहीं है वो किराये पर थी। इस पर पुलिस ने शिकायत के आधार पर लुकेश सिंह, उसके भाई मोहित सिंह, पत्नी इदालिम, पिता सोहन सिंह, माता वीना वासी आदर्श नगर सतनामपुरा के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है।