जम्मू,लद्दाख को कश्मीर से अलग करने की मांग

www.khaskhabar.com | Published : शनिवार, 03 सितम्बर 2016, 10:50 PM (IST)

नई दिल्ली। कश्मीर में सर्वदलीय प्रतिनिधि मंडल के जाने से एक दिन पहले कई संगठनों ने केंद्र सरकार से जम्मू और लद्दाख को कश्मीर से अलग कर राज्य की पुनर्सरचना की मांग की। पूर्व मंत्री और निर्दलीय विधायक पवन गुप्ता ने कहा,बहुत हो चुका।

जम्मू प्रांत की जनता अब एक दिन के लिए भी दासता सहने का तैयार नहीं है। हमारी अलग राजनीतिक, सामाजिक और आर्थिक उम्मीदें हैं जो कि फेल हो चुके 70 साल पुराने कश्मीरी प्रभुत्व वाली सत्ता में पूरी नहीं हो सकती। हम कश्मीरी नेताओं की स्वशासन, आजादी, पाकिस्तान में विलय की मांगों को पूरी तरह से खारिज करते हैं। गुप्ता साल 2014 में उधमपुर से चुनाव जीते थे। कश्मीर से जम्मू को अलग किए जाने की मांग को जायज ठहराते हुए उन्होंने कहा कि घाटी चरमपंथियों के हाथों में फंस गई है।


पीडीपी के सांसद मुजफ्फर हुसैन बेग ने खुद कहा कि ये चरमपंथी स्वायतत्ता या स्वराज के लिए बल्कि थियोक्रेटिक राज्य के लिए लड रहे हैं।

पवन गुप्ता ने कहा,हमारा मानना है कि वे सीरिया या पाकिस्तान जैसे शासन के लिए काम कर रहे हैं।
गुप्ता ने कहा,हम खुद को आजादी के नारों, मुशर्रफ फॉर्मूला और बिना अस्तित्व वाले दिल्ली समझौते के हो-हल्ले के बीच डुबो नहीं सकते। ना ही हम कश्मीरी नेताओं को डिक्सन प्लान या चिनाब फॉर्मूला या कठवाडी फॉर्मूला को लागू करने देंगे। इसके जरिए जम्मू प्रांत और 60 लाख अल्पसंख्यक समुदाय के लोगों को खत्म करने का विचार किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि जम्मू के लोग अपनी किस्मत के खुद मालिक हैं और वे श्रीनगर या दिल्ली के एकतरफा आदेश को नहीं मानेंगे।