प्रोफ़ेसर ने की छात्रा के साथ छेड़छाड़ !

www.khaskhabar.com | Published : शनिवार, 03 सितम्बर 2016, 1:32 PM (IST)

छात्रा के साथ छेड़छाड़ और बदसलूकी के आरोप में महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ के प्रोफ़ेसर रामचंद्र पाठक को समाज कार्य विभाग के अध्यक्ष पद से हटा दिया गया था। जिसको लेकर अध्यापकों और प्रोफ़ेसर्स में ज़बरदस्त नाराज़गी है।

वाराणसी। विश्वविद्यालय प्रशासन पर एक तरफ़ा कार्रवाई का आरोप लगाते हुए सभी अध्यापकों और प्रोफ़ेसर ने आंदोलन शुरू कर दिया है। शुक्रवार को विश्‍वविद्यालय के मेन गेट के सामने विद्यापीठ के प्राचार्यों ने विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया। उन्होंने ने सीधे तौर पर चेतावनी दी कि अगर विश्वविद्यालय का यही रवैया रहा तो आगे से वो किसी भी छात्रा को रिसर्च वर्क नहीं कराएंगे।

अध्यापकों ने साफ़ कहा है कि अगर प्रोफ़ेसर पाठक की हेड पद पर जल्द बहाली नहीं हुई तो वो क्लास नहीं लेंगे और साथ ही धरना जारी रखेंगे। विरोध प्रदर्शन कर रहे अध्यापकों ने प्रोफ़ेसर पाठक पर आरोप लगाने वाली छात्रा के बारे में बताया कि छात्रा ने कई प्रोफेसर्स की मौजूदगी में प्रोफ़ेसर पाठक को धमकी दी थी।

छात्रा ने प्रोफ़ेसर पाठक को धमकी दी थी कि अगर प्रोफ़ेसर पाठक लघु शोधपत्र पर हस्ताक्षर नहीं करेंगे तो उनका जीवन बर्बाद कर दूंगी। आरोप लगाने वाली छात्रा प्रोफ़ेसर पर लघु शोधपत्र हस्ताक्षर करने का दबाव बना रही थी।

आपको बता दें कि प्रोफ़ेसर पाठक ने इस बारे में विद्यापीठ के वाइस चांसलर से 26 अगस्त को लिखित शिकायत की थी। लेकिन प्रोफ़ेसर्स ने वाइस चांसलर पर आरोप लगाते हुए कहा कि वाइस चांसलर पृथ्‍वीश नाग ने इसे संज्ञान में नहीं लिया, बल्कि एक पक्षीय कार्रवाई कर दी। प्रोफ़ेसर पाठक के समर्थन में अब स्‍टूडेंट्स भी उतर आए हैं। समाज कार्य विभाग के एम ए (आइआरपीएम) के स्‍टूडेंट्स ने बिना देरी किए प्रोफ़ेसर पाठक को हेड ऑफ़ दि डिपार्टमेंट (एचओडी) पद पर बहाल करने की मांग की है।