इनके हेलमेट पर लगी बॉल, याद आए ह्यूज

www.khaskhabar.com | Published : गुरुवार, 01 सितम्बर 2016, 12:28 PM (IST)

दांबुला। ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ बुधवार को खेले गए सीरीज के चौथे वनडे में मेजबान श्रीलंका को हार का सामना करना पड़ा। इसके साथ ही श्रीलंका ने पांच मैच की सीरीज भी 1-3 से गंवा दी। मैच के दौरान बल्लेबाजी करते समय श्रीलंका के कप्तान एंजेलो मैथ्यूज को एक बुरे अनुभव से गुजरना पड़ा। हालांकि मैथ्यूज भाग्यशाली रहे कि उन्हें कोई गंभीर चोट नहीं आई।

दरअसल यह घटना श्रीलंकाई पारी के 13वें ओवर की पांचवीं गेंद की है। दाएं हाथ के कंगारू तेज गेंदबाज स्कॉट बोलैंड ने एक शॉर्ट पिच डाली, जिसे मैथ्यूज नहीं समझ पाए। मैथ्यूज ने इस गेंद को छोड़ने की कोशिश की, लेकिन इससे पहले कि वे लाइन से पूरी तरह से हट पाते गेंद सीधे हेलमेट में पीछे लगे उन फ्लैप से जा टकराई जो आजकल खिलाड़ी गर्दन बचाने के लिए हेलमेट में लगाते हैं।

रफ्तार इतनी तेज थी कि सुरक्षा के लिए लगा ये फ्लैप टूटकर काफी दूर जाकर गिरा। अगर ये फ्लैप नहीं होता तो मैथ्यूज गंभीर रूप से चोटिल हो सकते थे। यह रक्षात्मक पट्टी सिर के पीछे के हिस्से की रक्षा के लिए बनाई गई है। इसके बाद कुछ मिनटों के लिए खेल रोकना पड़ा। मैथ्यूज गेंद लगने के बाद काफी देर तक सिर मसलते रहे और उन्हें श्रीलंकाई फिजियो पाल क्लारेनार ने संभाला।

अंपायरों ने ड्रिंक्स ब्रेक जल्दी लेने का ऐलान किया लेकिन इसके बाद मैथ्यूज हालांकि मांसपेशियों में खिंचाव के कारण रिटायर्ड हर्ट होकर पैवेलियन लौट गए। मैथ्यूज बाद में क्रीज पर लौटे और 40 रन बनाकर हेस्टिंग्स की गेंद पर जॉर्ज बेली को कैच दे बैठे। मैथ्यूज ने 71 गेंदों पर चार चौके लगाए।

उल्लेखनीय है कि हेलमेट में सुरक्षा की ये व्यवस्था 2014 के बाद शुरू हुई थी, जब बाएं हाथ के प्रतिभाशाली ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाज फिलिप ह्यूज एक घरेलू मैच के दौरान गर्दन के ठीक पीछे गेंद लगने के कारण गंभीर रूप से चोटिल हो गए थे और बाद में उनकी मृत्यु हो गई थी। उस समय टीम इंडिया ऑस्ट्रेलिया दौरे पर गई थी।