...तो अब यूएस ओपन में रद्द नहीं होंगे मैच

www.khaskhabar.com | Published : मंगलवार, 30 अगस्त 2016, 6:51 PM (IST)

न्यूयॉर्क। अमेरिकी ओपन में सोमवार को एक नई और अनूठी चीज देखनो को मिली। यूएसटीए बिली जीन किंग नेशनल सेंटर के आर्थर एश स्टेडियम को छत मिल गई है और इसका साफ मतलब यह है कि यहां होने वाली टेनिस स्पर्धाएं अब बारिश के कारण रद्द नहीं होंगी। 15 करोड़ डॉलर की लागत से बनी यह सरकने वाली छत आयोजकों को बारिश के कारण मैच में होने वाली देरी की समस्या को सुलझाने में मदद करेगी।

अमेरिकी ओपन के अधिकारियों का कहना है कि उन्होंने इस छत की जांच की है और एक टीम का निर्माण भी किया है, जो दो मौसम विज्ञान के अधिकारियों के साथ काम करेगी। मौसम विज्ञान के ये अधिकारी आयोजकों को अमेरिकी ओपन के दौरान हर 30 मिनट के अंतराल पर मौसम की हर जानकारी देंगे, जिससे यह फैसला लिया जाएगा कि इस छत का इस्तेमाल किस वक्त किया जाना है और किस वक्त नहीं। इसके लिए आयोजक एक विशेष रडार प्रणाली का भी इस्तेमाल कर रहे हैं, जो स्थानीय मौसम परिस्थितियों की जानकारी रखेगा।

दूसरे दौर में पहुंचीं केर्बर, नं.1 रैंकिंग पर नजर


वर्ष के आखिरी ग्रैंड स्लैम टेनिस टूर्नामेंट अमेरिकी ओपन के पहले दिन दूसरी वरीय जर्मनी की एंजेलिक केर्बर महिला एकल वर्ग के दूसरे दौर में पहुंच गईं। स्लोवेनिया की प्रतिद्वंद्वी पोलोवा हर्सोग के चोटिल हो रिटायरमेंट लेने के कारण केर्बर को विजेता घोषित किया गया। हालांकि हर्सोग जब मैच से हटीं तो केर्बर ने उन पर 6-0, 1-0 की अच्छी बढ़त बनाई हुई थी।

मैच के बाद केर्बर ने कहा कि सच कहूं तो मैं इस तरह यह मैच जीतना नहीं चाहती थी, बल्कि मैं टूर्नामेंट के पहले मैच से लय में लौटना चाहती थी और टूर्नामेंट का बेहतर शुरुआत करना चाहती थी। मैंने पहले सेट में अच्छा प्रदर्शन किया और इस मुकाबले में मैं अपनी उसी फॉर्म को याद रखना चाहूंगी। महिला टेनिस संघ (डब्ल्यूटीए) की आधिकारिक वेबसाइट पर केर्बर के हवाले से कहा गया है कि मेरे लिए शुरुआत के कुछ दौर हमेशा से मुश्किल रहे हैं। इसलिए पहले दौर को जीतना अच्छा रहा। अपने अगले दौर के मुकाबले में ध्यान केंद्रित कर रही हूं।

केर्बर इस वर्ष अपना दूसरा ग्रैंडस्लैम खिताब जीतने के अभियान पर हैं और अगर वह ऐसा कर पाती हैं तो वह अमेरिकी दिग्गज सेरेना विलियम्स को विश्व रैंकिंग में शीर्ष स्थान से अपदस्थ कर सकती हैं। इस पर केर्बर ने कहा कि निश्चित तौर पर मैं एक दिन विश्व की शीर्ष वरीयता प्राप्त खिलाड़ी बनना चाहती हूं। मुझे लगता है कि यह हर किसी का लक्ष्य होगा। दूसरी विश्व वरीयता प्राप्त केर्बर का कहना है कि वे एक के बाद एक मुकाबले जीतना चाहेंगी। अगर किसी दिन शीर्ष स्तर की खिलाड़ी बनने का अवसर मिलता है, तो वह बेहतरीन होगा।

(IANS)