क्यों इतनी हिट हैं मारूति सुजु़की की कारें, यह है वजह …

www.khaskhabar.com | Published : गुरुवार, 12 अक्टूबर 2017, 7:06 PM (IST)

मारूति सुजु़की देश की सबसे बड़ी और विश्वसनीय कार ब्रांड है। लेकिन आपको अगर याद हो तो कुछ समय पहले मारूति की पाॅपुलर्टी थोड़ी कम पड़ने लगी थी। लेकिन समय रहते मारूति सुजु़की ने ऐसा गियर बदला कि वह पहले से भी ज्यादा पाॅपुलर हो गई। इसकी एक खास वजह है जिसपर कंपनी ने काम किया है। क्या है वह वजह, जानिए अगले पार्ट में ....

अगर आप इस पार्ट में आ चुके हैं तो पक्का है आपको मारूति सुजु़की की इस शानदार सफलता का राज जानने की उत्सुकता है। कोई नहीं, हम आपको ज्यादा इंतजार न कराते हुए बता ही देते हैं इसकी वजह। वजह है कंपनी की AMT टेकनोलाॅजी, यानि आॅटोमैटिक गियरबाॅक्स सेटअप। जी हां, यही वह वजह है जिसने कंपनी को फिर से उसी बुलंदी पर पहुंचा दिया, जो कुछ समय तक थोड़ी धूमिल हो गई थी।

अगर आप यकीन न कर सकें तो 2 उदाहरण लेते हैं। पहला है कंपनी की पहली प्रिमियम काॅसओवर एस क्राॅस। कंपनी ने इसे 5-स्पीड मैनुअल गियरबाॅक्स और केवल डीज़ल वर्जन में उतारा। हालांकि फीचर्स की यहां कोई कमी नहीं है और न ही स्पेस व कम्फर्ट की, लेकिन फिर भी शुरूआती दौर में इस कार को मुंह की खानी पड़ी। इसके दूसरी ओर, हुंडई की क्रेटा है, जो इसी केटेगिरी में है, उसकी सफलता का आलम यह है कि एक साल पूरा होने के बाद भी उसका वेटिंग पीरियड 4 माह से भी ज्यादा है। ज्यादा डिमांड में आॅटोमैटिक गियरबाॅक्स माॅडल है।

दूसरा उदाहरण है कंपनी की प्रिमियम स्माॅल हैचबैक सेलेरियो का। सेलेरियो को पहले मैनुअल गियरबाॅक्स के साथ ही उतारा गया था, लेकिन उसे ज्यादा सफलता नहीं मिली। मारूति का नाम साथ होने के बाद भी यह कार ग्राहकों के गले न उतर सकी। उसी समय कंपनी ने गियर बदला और इस कार को AMT गियरबाॅक्स के साथ पेश किया और ग्राहकों ने इसे हाथो-हाथ लिया। आज यह कार देश की टाॅप 10 सेलिंग कारों में से एक है।

ऐसा ही कुछ हुआ है मारूति की प्रिमियम हैचबैक बलेनो और सब 4-मीटर SUV विटारा ब्रेज़ा के साथ। बलेनो को डीज़ल व पेट्रोल दोनों वर्जन में उतारा गया है। इसके डीज़ल वर्जन की डिमांड पेट्रोल से ज्यादा है लेकिन उसमें काफी बड़ा हिस्सा पेट्रोल आॅटोमैटिक का है। डीज़ल माॅडल में केवल मैनुअल गियरबाॅक्स लगा है। वहीं विटारा ब्रेज़ा केवल मैनुअल गियरबाॅक्स के साथ है लेकिन उसकी सफलता के पीछे कम कीमत और प्रिमियम लुक होना है।

यही थी कंपनी की सफलता की असली वजह। यही वजह है कि मारूति ने अपनी कई कारों में इसी टेकनोलाॅजी का इस्तेमाल किया। वैगनआर और बलेनो के सामने हुंडई की i20 के पिछड़ने की सबसे बड़ी वजह भी यही रही क्योंकि उसमें मैनुअल गियरबाॅक्स ही उपलब्ध है। अब तो कंपनी की सैकेंड एंट्री लेवल हैचबैक Alto K10 में भी AMT गियरबाॅक्स आता है। वहीं कंपनी अपनी अन्य कारों में भी आॅटोमैटिक गियरबाॅक्स देने की योजना बना रही है। यहां तक की कंपनी की आने वाली पहली Micro SUV भी आॅटोमैटिक गियरबाॅक्स के साथ ही आएगी, जबकि इस सेगमेंट में केवल महिन्द्रा KUV100 ही इकलौती प्रतियोगी है। KUV100 में मैनुअल गियरबाॅक्स है जिसका फायदा मारूति को पक्का मिलने वाला है।