जयपुर। वाणिज्यिक कर विभाग ने 10.05 करोड़ रुपए की फर्जी इनपुट टैक्स क्रेडिट (ITC) बनाने और उपयोग करने के आरोप में सीए अंकित जैन को गिरफ्तार किया है। जैन पर बिना किसी माल या सेवा की आपूर्ति के केवल बिल जारी करने का आरोप है।
सरकारी प्रवक्ता ने बताया कि अंकित जैन मैसर्स के सी जैन एंड एसोसिएट्स के मालिक हैं। उन्हें अतिरिक्त आयुक्त (प्रशासन), राज्य कर, प्रवर्तन शाखा-तृतीय द्वारा गिरफ्तार किया गया। यह गिरफ्तारी विशेष आयुक्त (प्रवर्तन) के मार्गदर्शन और अतिरिक्त आयुक्त (प्रशासन) शिशुपाल सिंह के पर्यवेक्षण में की गई। न्यायालय ने आरोपी को न्यायिक हिरासत में भेज दिया है।
प्रवक्ता ने बताया कि जैन ने अपने कुछ ग्राहकों की फर्मों के रिटर्न भरने के काम का दुरुपयोग किया। उन्होंने फर्जी आपूर्ति दिखाई, यानी बिना किसी वास्तविक माल या सेवा की आपूर्ति के फर्जी बिल जारी किए। उन्होंने फर्जी ITC बनाई और उसका उपयोग किया, जिससे सरकार को राजस्व का नुकसान हुआ। उन्होंने कमीशन लेकर गलत ITC का लाभ पहुंचाया और कर चोरी की।
सहायक आयुक्त कृष्ण कुमार स्वामी ने अंकित जैन को गिरफ्तार किया। सहायक आयुक्त हेमंत चंचल, राज्य कर अधिकारी हेमंत कुमार शर्मा, संजय चौधरी, प्रदीप कुमार और कर सहायक दिनेश कुमार सैनी जांच दल में शामिल थे। यह गिरफ्तारी कर चोरी के खिलाफ सरकार की सख्त कार्रवाई का संकेत देती है। वाणिज्यिक कर विभाग इस मामले में आगे की जांच कर रहा है। - खासखबर नेटवर्क
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