उना में दलित जमावडा:वेमुला की मां ने फहराया तिरंगा,कन्हैया भी पहुंचे

www.khaskhabar.com | Published : सोमवार, 15 अगस्त 2016, 6:00 PM (IST)

उना। जनवरी में हैदराबाद विश्वविद्यालय में फांसी लगाकर सुसाइड करने वाले दलित छात्र रोहित वेमुला की मां राधिका वेमुला को गुजरात के उना में विशेष सम्मान दिया गया। उन्होंने वहां के एक सरकारी स्कूल में राष्ट्रीय ध्वज फहराया।

गुजरात का यह छोटा सा कस्बा कई दिनों से राष्ट्रीय गतिविधियों का केंद्र बना हुआ है। पिछले महीने गाय की हत्या के आरोप में चार दलित युवकों को कार से बांधकर कपडे उतरवाकर पीटा गया था। स्वतंत्रता दिवस पर उना और राज्य के अलग-अलग हिस्सों से बडी संख्या में मुसलमान उना पहुंचे व दलितों का समर्थन किया।

दिल्ली में लाल किले से देशवासियों को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सामाजिक सदभाव के महत्व और समाज के निचले तबके के अधिकारों के प्रति अपनी सरकार की प्रतिबद्धता की बात की। उना में सोमवार को एकत्र हुए हजारों लोगों का कहना है कि वे इस तरह के वादे सुन-सुनकर थक चुके हैं। इनमें जेनयू के छात्र कन्हैया कुमार भी शामिल थे जिन्हें फरवरी में राज-द्रोह के आरोप में गिरफ्तार किया गया था।

बता दें,रोहित वेमुला ने आत्महत्या से पहले हैदराबाद विश्वविद्यालय के अधिकारियों पर जाति के आधार पर उत्पीडन का आरोप लगाया था, वह पीएचडी स्कॉलर थे। वेमुला की आत्महत्या और कन्हैया कुमार की गिरफ्तारी के चलते साल के शुरूआती महीनों में सरकार को दो-दो छात्र आंदोलनों का सामना करना पडा था।

दलितों को उनका अधिकार दिलाना है..

उना में लोगों को संबोधित करते हुए कन्हैया कुमार ने प्रधानमंत्री के गुजरात के विकास की कहानियों को झूठा बताते हुए कहा,आपने गुजरात के विकास मॉडल की पोल खोल दी है। उन्होंने इस बात पर बल दिया कि उनकी यात्रा राजनीतिक नहीं है और इसका मकसद दलितों को उनका अधिकार दिलाना है-जैसे जमीनें जो दलित किसानों के लिए निकाली गई थीं लेकिन कभी उन्हें दी नहीं गई। इस महीने की शुरूआत में दलितों ने सडकें जाम कर दी थीं और अहमदाबाद में कई बसों पर हमले किए थे। उनका कहना था कि वे उना में दलितों पर अत्याचार की वीडियो रिकॉडिंग को सार्विजनिक करने का बदला ले रहे हैं।

लोगों का गुस्सा बढा तो आनंदीबेन पटेल को भाजपा ने गुजरात की मुख्यमंत्री पद से हटा दिया। गुजरात में अगले साल विधानसभा चुनाव होने हैं। गुजरात की 8 प्रतिशत जनता दलित है और उना में हुए अत्याचार की नाराजगी पंजाब और उत्तर प्रदेश तक फैल गई है। इन राज्यों में बडी संख्या में दलित रहते हैं और अगले साल यहां भी चुनाव होने हैं। जुलाई में जिन युवकों पर हमला किया गया उन पर गाय की हत्या का गलत आरोप लगाया गया। गायों की हत्या भारत के कई राज्यों में गैर कानूनी है। असल में युवक मरे हुए गायों की चमडी उतार रहे थे। इसके बदले उन्हें कुछ पैसे दिए जाते हैं।