डायन प्रथा: पीडि़त परिवार बोला करेंगे सामूहिक आत्महत्या

www.khaskhabar.com | Published : सोमवार, 15 अगस्त 2016, 10:20 AM (IST)

भीलवाड़ा। कहने को डायन प्रथा पर राज्य में रोक है लेकिन, इसका दंश अब भी महिलाओं को झेलना पड़ रहा है। एक वृद्धा जिसे 11 साल पहले डायन बता कर बेघर कर दिया गया था, वो आज एक बार भी इस आरोप का सामना कर रही है। 11 साल पहले डायन कह कर प्रताडि़त करने के बाद गांव छोड़ कर अन्यत्र रह रही वृद्ध महिला व परिजनों को अब नए स्थान पर पड़ोसी भी डायन कहकर प्रताडि़त करने लगे हैं। परेशान इस परिवार ने तंग आकर चेतावनी दी है कि वे अब सामूहिक आत्महत्या करेंगे।

यह है मामला

यह मामला भीलवाड़ा जिले के पुर थाना क्षेत्र की रहने वाली एक वृद्ध महिला और उसके परिवार से जुड़ा है। 11 साल पहले समाज के लोगों ने उसे डायन कहकर प्रताडि़त ही नहीं किया बल्कि उन्हें गांव से बाहर भी निकाल दिया। ग्यारह साल से वह घर बार छोड़ कर प्रताप नगर थाना क्षेत्र में रह रही है। न्याय के लिए इस महिला ने दर-दर की ठोकरें खाई लेकिन उस पर लगा डायन का कलंक नहीं मिट पाया और न ही आरोपी पकड़े जा सके। समाज के लोग भी इस परिवार को न्याय नहीं दिला पाए।

पूरा परिवार झेल रहा दंश

पीडि़त वृद्धा ही नहीं घर के प्रत्येक सदस्य को डायन प्रथा का दंश झेलना पड़ रहा है। समाज और डायन के डंक से तंग आकर वृद्धा को ही नहीं बल्कि उसके शिक्षक पति को भी गांव छोडऩा पड़ा। साथ ही पति को तो अनिवार्य सेवानिवृत्ति लेनी पड़ी। वृद्धा के घर में पढ़ी-लिखी बहू है। उसके बच्चे भी हैं, लेकिन जब वह पीहर जाती है तो समाज के डर से उसकी मां भी उसे रसोई में नहीं जाने देती है। आज इस परिवार को यहां भी डायन कहकर जब प्रताडि़त किया गया तो उसने एक मामला प्रताप नगर थाने में दर्ज करवाया। साथ ही महिला, उसके पति व बहू ने कहा कि अगर उन्हें न्याय नहीं मिला तो वे इच्छा मृत्यु नहीं मांगेगे, बल्कि सीधे ही मौत को गले लगा लेंगे। वहीं, इस मामले में प्रताप नगर थाना पुलिस ने इस मामले में रामू बलाई के खिलाफ राजस्थाान डायन प्रताडना अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया है।