बाढ़ में फंसे लोगों के लिए देवदूत बनीं सेना

www.khaskhabar.com | Published : शनिवार, 30 जुलाई 2016, 10:39 AM (IST)

नई दिल्ली। देश के कई राज्यों में बारिश रुकने का नाम नहीं ले रही है। ऐसे में एक बार फिर भारतीय सेना के जवान देवदूत बनकर आए हैं और बाढ़ में फंसी जिंदगियों को मौत के चंगुल से निकाल रहे हैं। असम तथा बिहार में अब तक 894 लोगों की जान बचाई है। देश के 12 राज्यों के बाढ़ प्रभावित इलाकों में आपदा राहत के 44 दल तैनात किए गए हैं।


अधिकारिक सूत्रों के मुताबिक, राहत व बचाव कार्य में राज्य सरकारों की सहायता के लिए राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ) के 13 दल असम में, नौ दल बिहार में और बाकी दल अरुणाचल प्रदेश, गुजरात, हिमाचल प्रदेश, झारखंड, जम्मू एवं कश्मीर, मध्य प्रदेश, राजस्थान, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड व पश्चिम बंगाल में तैनात किए गए हैं।

एनडीआरएफ ने असम में 497, जबकि बिहार में 397 लोगों की जान बचाई है।

असम के जोरहाट जिले से 307 लोग, कोकराझार जिले से 37 लोग, चारंग जिले से 80 लोग तथा कामरूप जिले से 73 लोगों को बाहर निकाला गया है।

वहीं, बिहार में सुपौल जिले से 43 लोग, बेतिया से 34 लोग, पूर्णिया से 250 लोग तथा गोपालगंज से 70 लोगों को बाहर निकाला गया है। असम में बाढ़ प्रभावित लोगों की सहायता के लिए एनडीआरएफ के दलों को मोबाइल अस्पताल की सुविधा मुहैया कराई जा रही है, जबकि बिहार में चिकित्सा शिविर स्थापित किए गए हैं।

असम के मेरागढ़ तथा मिसामोरा गांव में मोबाइल अस्पताल की सुविधा मुहैया कराई गई है, जहां बाढ़ का कहर है और हजारों लोग विस्थापित हुए हैं।

अधिकारियों के मुताबिक, चिकित्सा दलों ने असम में 163 बीमार लोगों की चिकित्सा की है और विभिन्न इलाकों में जरूरतमंदों के बीच दवाओं का वितरण किया गया है। एनडीआरएफ ने बिहार के मुजफ्फरपुर व सुपौल जिले के कुछ प्रखंडों में चिकित्सा शिविरों की स्थापना की है।

नई दिल्ली स्थित नियंत्रण कक्ष से चौबीसों घंटे हालात पर नजर रखी जा रही है और अन्य सरकारी एजेंसियों के संपर्क में है।