उदयपुर में बागेश्वर धाम के पीठाधीश पंडित धीरेंद्र शास्त्री पर केस दर्ज करने के खिलाफ हिंदू संगठनों का प्रदर्शन

www.khaskhabar.com | Published : शनिवार, 25 मार्च 2023, 3:48 PM (IST)

उदयपुर। बागेश्वर धाम के पीठाधीश पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री के खिलाफ भड़काऊ भाषण देने पर केस दर्ज करने के खिलाफ शनिवार को हिंदू संगठनों ने उदयपुर में प्रदर्शन किया। दरअसल दो दिन पहले उदयपुर में नवसंवत्सर पर हुई धर्मसभा में धीरेंद्र शास्त्री के भाषण को भड़काऊ मानते हुए पुलिस ने स्वत: संज्ञान लेकर केस दर्ज किया है। इससे खफा हिंदू संगठनों ने केस वापस लेने और कुंभलगढ़ में भगवा झंडा लगाने के आरोप में पकड़े गए पांच युवकों को रिहा करने की मांग को लेकर प्रदर्शन किया। इस दौरान कलेक्ट्री की ओर जाने वाले रास्तों पर जाम भी लग गया।


हिंदू संगठनों के कार्यकर्ता भगवा झंडे लेकर कलेक्ट्री के बाहर पहुंचे और नारेबाजी करते हुए केस वापस लेने और केलवाड़ा थाने में पकड़े गए पांच युवकों को रिहा करने की मांग कर रहे थे। कानून व्यवस्था को बनाए रखने के लिए एएसपी सिटी चंद्रशील ठाकुर, डीएसपी तपेंद्र मीणा और च थानों के अधिकारी मौके पर ही मौजूद रहे।


इस मौके पर मेवाड़ क्षत्रिय महा सभा के उदयपुर शहर अध्यक्ष चंद्रवीर सिंह करेलिया ने कहा की बागेश्वर धाम के पीठाधीश पंडित धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री ने यह कहा था कि महाराणा प्रताप की जन्म स्थली कुम्भलगढ़ पर भगवा झंडा क्यों नही फहराया जाता है, उन्होंने कोई आपत्तिजनक टिप्पणी नहीं की थी। महाराणा प्रताप के सेनापति मुस्लिम थे ये बात सभी जानते हैं,जब 36 कौमों को कोई आपत्ति नहीं है तो फिर क्या ये एक राजनितिक निर्णेय था, क्या मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की तरफ से दबाव था जो शास्त्री के खिलाफ मामला दर्ज किया गया ?


मेवाड़ क्षत्रिय महासभा उदयपुर के संगठन मंत्री जितेंद्र सिंह चुण्डावत ने कहा की भगवा झंडा फहराने की बात किसी मस्जिद या मंदिर के लिए नहीं कही गई थी जैसे राम भगवन की जन्म भूमि अयोध्या में भगवा झंडा लहराया था वैसे ही महाराण प्रताप की जन्म भूमि कुम्भलगढ़ पर भी भगवा झंडा लहराएगा। उन्होंने कहा की भगवा झंडा लहराने से उन्हें कोई ताकत नहीं रोक सकती। उन्होंने टिपण्णी करते हुए कहा की कुम्भलगढ़ तो सिर्फ झांकी है चित्तौड़गढ़ अभी बाकी है।



इस तरह दिया था बयान :

पंडित धीरेंद्र शास्त्री ने अपने बयान में कुंभलगढ़ किले में भगवा झंडा लगवाने का तीन बार जिक्र किया। उन्होंने कहा था-डरते तो हम किसी के बाप से नहीं हैं। डरते तो वो हैं जो बुझदिल हैं। हम तो वो हैं जो कुंभलगढ़ किले में ही भगवा झंड लगवाकर मानेंगे। युवाओं से आह्वान करते हुए कहा उन्होंने कहा था-तुम चाहते हो कि वहां भगवा झंडा गढ़े, क्या यह बात सही है, अगर सही है तो क्यों चुप बैठे हो।

ये भी पढ़ें - अपने राज्य / शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे