श्रीगंगानगर : हरित बगिया से महकेगा और खिलेगा अनूपगढ़ का रंग-रूप

www.khaskhabar.com | Published : शुक्रवार, 24 मार्च 2023, 12:04 PM (IST)

-इंदिरा गांधी शहरी रोजगार गारंटी योजना के तहत अनूपगढ़ नगरपालिका ने किया नवाचार

श्रीगंगानगर। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के नेतृत्व में जन कल्याण के लिए प्रतिबद्ध राजस्थान सरकार की फ्लैगशिप इंदिरा गांधी शहरी रोजगार गारंटी योजना के तहत जिला कलक्टर सौरभ स्वामी के मार्गदर्शन और अनूपगढ़ नगर पालिका के नवाचार ‘‘हरित बगिया’’ से अनूपगढ़ न केवल महकेगा बल्कि उसका रंग.रूप भी संवरेगा। अनूपगढ़ नगर पालिका की ओर से किए गए इस नवाचार की उपयोगिता इसलिए भी महत्वपूर्ण है क्योंकि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने पिछले दिनों ही अनूपगढ़ को जिला बनाने की घोषणा की है।



नगर पालिका के अधिशासी अधिकारी श्री संदीप बिश्नोई ने बताया कि इस योजना के तहत अनूपगढ़ शहर के सभी विद्यालयों को जोड़ा है और उनसे विद्यालय में पढ़ने वाले प्रत्येक बालक/बालिका को अपने घर से पुरानी प्लास्टिक बोतल (न्यूनतम दो लीटर, अधिकतम जितनी भी हो) या ऐसा कोई भी अनुपयोगी प्लास्टिक की वस्तु लाने को कहा है, जिसमें फूलों वाले छोटे पौधे लगाये जा सकें। इस तरह कुल 2000 विद्यार्थियों से औसतन 4000 बोतल प्राप्त होगी।


उन्होंने बताया कि एक बोतल को दो भागों में बाटंने, बोतल पर सुंदर रंगों से कलाकारी करने, मिट्टी और गोबर की खाद मिलाकर उन बोतलों में भरने और पौधे लगाने के लिए इंदिरा गांधी शहरी गारंटी रोज़गार योजना के तहत कार्य करवाया जायेगा। उक्त कार्य करने के बाद विद्यालय प्रबंधन द्वारा बताई जगह पर फूलों वाले पौधों सहित सजावटी रूप में बोतलें लगाई जाएंगी।


उन्होंने बताया कि इससे जहां एक ओर प्लास्टिक की बोतलों का सदुपयोग होगा, वहीं बोतलें नालियों में नहीं जाने से नालियों के जाम होने की समस्या नहीं रहेगी। इसके अलावा इस योजना से ठोस कचरा प्रबंधन को भी बढ़ावा मिलेगा। उन्होंने बताया कि विद्यालय के बच्चों में अनुपयोगी वस्तुओं से नवाचार करने और प्रयोग में आने वाली वस्तुएँ बनाने का प्रतिस्पर्धात्मक विकास होगा। सबसे महत्वपूर्ण बात ये होगी कि प्रत्येक विद्यालय और सरकारी भवनों की न केवल सुंदरता बढ़ेगी बल्कि इंदिरा गांधी शहरी रोज़गार गारण्टी योजना के तहत बेरोजगारों को रोजगार भी मिल सकेगा।


उन्होंने बताया कि बोतलों में लगे पौधे कम पानी में हरे-भरे रहेंगे। साथ ही अनूपगढ़ के मध्यवर्ती इलाक़ों में जिन भवनों के पास कम जगह है, उन भवनों की दीवारों के सहारे ग्रीनरी बढाकर पर्यावरण को हरा-भरा किया जा सकता है। हरित बगिया की मदद से संयुक्त राष्ट्र संघ के सस्टेनेबल डेवलपमेंट गोल्स में सहयोग देने के साथ.साथ अनूपगढ़ स्वच्छता सर्वेक्षण में भी अपनी भागीदारी सुनिश्चित कर सकेगा।

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