हाईकोर्ट में पुलिस ने कहा-अमृतपाल पुलिस हिरासत में नहीं है, भगोड़ा है, गिरफ्तारी के प्रयास जारी

www.khaskhabar.com | Published : सोमवार, 20 मार्च 2023, 3:38 PM (IST)

#Khalistan चंडीगढ़। पंजाब में अमृतपाल सिंह की खबर देश-दुनिया की निगाहें टिकी है। खालिस्तान की पैरवी करने वाले पंजाब के संगठन वारिस पंजाब दे के प्रमुख अमृतपाल सिंह और उनके सहयोगियों के खिलाफ पंजाब पुलिस की कार्रवाई जारी है।

पुलिस ने दो दिन पहले अमृतपाल सिंह और उसके साथियों की घेराबंदी की। उसके कुछ साथी पकड़े गए, लेकिन अमृतपाल सिंह का अभी कुछ पता नहीं है। अमृतपाल सिंह के वकील ने दावा किया कि वो पुलिस हिरासत में है पर पंजाब पुलिस ने हाईकोर्ट को जानकारी दी है कि अमृतपाल सिंह अभी तक गिरफ्तार नहीं हुए हैं। इस मामले की अब अगली सुनवाई 21 मार्च को होगी।

पंजाब पुलिस ने बताया है कि अमृतपाल सिंह के चाचा हरजीत सिंह और उनके ड्राइवर हरप्रीत सिंह ने रविवार को सरेंडर कर दिया है। जालंधर एसएसपी स्वर्णदीप सिंह ने इसकी पुष्टि की है। पुलिस अब तक 114 लोगों को गिरफ्तार कर चुकी है। पंजाब में कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए इंटरनेट सेवाओं को 21 मार्च दोपहर 12 बजे तक बंद कर दिया है।

पंजाब पुलिस ने जानकारी दी है-एक स्पेशल टीम ने शनिवार को अमृतपाल सिंह के काफिले का पीछा किया। उस वक्त अमृतपाल सिंह शाहकोट के रास्ते में थे, पुलिस टीम में आठ जिलों के अधिकारी शामिल थे। पंजाब पुलिस के प्रवक्ता कहना है कि अमृतपाल सिंह अब तक पकड़े नहीं गए हैं। पुलिस उसे भगोड़ा घोषित कर दिया है। गिरफ्तारी के प्रयास जारी है। पूरे राज्य में पुलिस ने फ्लैग मार्च किया है। अमृतपाल सिंह के चार सहयोगियों को असम के डिब्रूगढ़ ले जाया गया है। असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने इसे दोनों राज्यों की पुलिस के बीच सहयोग से हुई कार्रवाई बताया है।

अमृतपाल सिंह की ओर से वकील ईमान सिंह ने हाईकोर्ट को बताया-अमृतपाल सिंह को हिरासत में रखा गया है। कोर्ट ने पंजाब सरकार को नोटिस जारी किया था। अब इस मामले की सुनवाई मंगलवार को होगी।

वारिस पंजाब दे संगठन के खिलाफ कार्रवाई के दौरान अब तक 114 लोगों के गिरफ्तार किया जा चुका है। इनमें शांति और सौहार्द को नुकसान पहुंचाना भी शामिल है। अमृतपाल सिंह के खिलाफ कार्रवाई को लेकर लंदन और न्यूयार्क में विरोध प्रदर्शन हुए हैं।

अमृतपाल सिंह कौन है :

अमृतपाल सिंह का जन्म पंजाब के जल्लपुर गांव में हुआ। इसी गांव में उसने 12वीं तक की पढ़ाई की। साल 2012 में वो दुबई चला गया, जहां उसने ट्रांसपोर्ट का कारोबार किया। उसके ज्यादातर रिश्तेदार दुबई में ही रहते हैं। उसका नाम पिछले साल पंजाब के शिवसेना नेता सुधीर सूरी हत्याकांड में सामने आया था। पीड़ित के परिजनों ने अमृतपाल का नाम जोड़ने की पुलिस से गुहार लगाई थी, ऐसे में पुलिस ने कार्रवाई करते हुए उसे सिंगावाला में नजरबंद कर दिया था।
30 वर्षीय अमृतपाल सिंह ने इसी साल दस फरवरी को अपने पैतृक गांव में एक सादे समारोह में ब्रिटेन की रहने वाली एनआईआर लड़की किरणदीप से शादी की है। किरणदीप मूल रूप से जालंधन के कुलारां गांव की हैं, कुछ समय पहले उसका परिवार भी इंग्लैंड शिफ्ट हो गया।

अमृतपाल को पंजाब में उनके समर्थकों ने जरनैल सिंह भिंडरावाले 2.0 की उपाधि दी है। जरनैल सिंह भिंडरावाले की तरह ही अमृतपाल भी सिखों के लिए अलग देश खालिस्तान की मांग कर रहा है। साल 1980 में भिंडरावाले ने भी खालिस्तान की मांग उठाई थी। युवाओं में जोश भरने के लिए भड़काऊ भाषण दिया था।
पिछले साल 29 सितंबर को वारिस दे पंजाब के पहले वर्षगांठ पर मोगा जिले के रोडे गांव में बड़ा कार्यक्रम आयोजित किया था। इसी कार्यक्रम में अमृतपाल को संगठन की जिम्मेदारी सौंपी गई थी। वारिस दे पंजाब संगठन को एक्टर एवं एक्टिविस्ट दीप सिद्धू ने बनाया था, जिनकी सड़क हादसे में मौत हो गई थी। गत दिनों पंजाब में करीबी पर पुलिस कार्रवाई करने के खिलाफ अमृतपाल सिंह ने अपने समर्थकों के साथ थाने का घेराव कर लिया था। इसके बाद ही अमृतपाल सिंह जांच एजेंसियों के रडार पर आ गया। अब वो पुलिस के निशाने पर है और जल्दी ही गिरफ्तारी हो सकती है।

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