पंजाब पुलिस ने खालिस्तान समर्थक अमृतपाल के 9 साथियों को किया गिरफ्तार

www.khaskhabar.com | Published : शनिवार, 18 मार्च 2023, 3:22 PM (IST)

चंडीगढ़। पंजाब पुलिस ने खालिस्तान समर्थक अमृतपाल के 9 साथियों को गिरफ्तार कर लिया है। खबर अमृतपाल के गिरफ्तारी की भी आ रही है, लेकिन पुलिस ने इसकी पुष्टि नहीं की है। पंजाब पुलिस ने शनिवार को यह ऑपरेशन शुरू किया था। इनकी गिरफ्तारी जालंधर के मैहतपुर इलाके में होना बताया गया है। ये सभी लोग अमृतपाल के साथ मोगा की ओर जा रहे थे। पंजाब पुलिस के घेरा डालने के बाद अमृतपाल खुद गाड़ी में बैठकर लिंक रोड से भाग निकला।#AmritpalSingh पंजाब पुलिस की तकरीबन 100 गाड़ियां उसके पीछे लग गईं। अमृतपाल को जालंधर के नकोदर एरिया से गिरफ्तार करने की सूचना है मगर पुष्टि नहीं है। हालात की गंभीरता को देखते हुए

पंजाब के क्षेत्रीय अधिकार क्षेत्र में सभी मोबाइल इंटरनेट सेवाएं, सभी SMS सेवाएं (बैंकिंग और मोबाइल रिचार्ज को छोड़कर) और वॉयस कॉल को छोड़कर मोबाइल नेटवर्क पर दी जाने वाली सभी डोंगल सेवाएं 18 मार्च से 19 मार्च तक निलंबित रहेंगी
खालिस्तान समर्थक संगठन वारिस पंजाब दे के प्रमुख अमृतपाल के खिलाफ तीन मामले दर्ज हैं। इनमें दो मामले अमृतसर जिले के अजनाला थाने के हैं। गत 23 फरवरी को अपने करीबी की गिरफ्तारी से नाराज अमृतपाल और उसके समर्थकों ने अजनाला थाने का घेराव किया था। इस केस में उसके खिलाफ कार्रवाई नहीं करने से पंजाब सरकार की आलोचरा की जा रही थी।

अमृतपाल की ओर से शनिवार को जालंधर-मोगा नेशनल हाईवे पर शाहकोट-मलसियां इलाके और बठिंडा जिले के रामपुरा फूल में कार्यक्रम आयोजन रख था। इस प्रोग्राम में शामिल होने से पहले ही जालंधर व मोगा पुलिस ने जॉइंट ऑपरेशन में अमृतपाल को घेरने की रणनीति बना ली थी। बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया है।

अमृतपाल के समर्थकों से मिले हथियार :

गिरफ्तार अमृतपाल के 6 साथियों से कई हथियार मिले हैं। इन्हें जालंधर के मैहतपुर थाना पुलिस ने गिरफ्तार किया। अमृतपाल का कार में बैठकर भागते हुए का एक वीडियो भी सामने आया। इस वीडियो में अमृतपाल गाड़ी की अगली सीट पर बैठा नजर आ रहा है और अपने समर्थकों से इकट्‌ठा होने की अपील कर रहा है। गाड़ी में मौजूद अमृतपाल के समर्थक यह कहते हुए नजर आ रहे हैं कि पुलिस उनके पीछे लगी है।

कौन है अमृतपाल सिंह :


अमृतपाल सिंह, अमृतसर जिले के जल्लूपुर खेड़ा गांव का रहने वाला है। वह 2012 में काम के सिलसिले में दुबई गया था। वहां से सितंबर 2022 को भारत लौटा। सितंबर महीने में ही उसे खालिस्तानी समर्थक दीप सिद्धू के संगठन 'वारिस पंजाब दे' का प्रमुख बनाया गया।

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