शिक्षा मंत्री डॉ. कल्ला को सौंपा वर्ल्ड बुक ऑफ रिकार्ड्स का सर्टिफिकेट

www.khaskhabar.com | Published : गुरुवार, 02 मार्च 2023, 7:00 PM (IST)

जयपुर । वर्ल्ड बुक ऑफ रिकार्ड्स, लंदन की ओर से राजस्थान सरकार के शिक्षा विभाग द्वारा गत वर्ष पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की जयंती (19 नवम्बर 2022) पर 'नो बैग डे' के तहत 'चैस इन स्कूल एक्टिविटी' के नवाचार में 38 लाख 21 हजार 9 विद्यार्थियों की भागीदारी को सर्टिफाइड किया गया है। शिक्षा विभाग की इस विशिष्ट उपलब्धि पर वर्ल्ड रिकॉर्ड का प्रमाण पत्र गुरुवार को शिक्षा संकुल में आयोजित एक कार्यक्रम मेें शिक्षा मंत्री डॉ. बी. डी. कल्ला को वर्ल्ड बुक ऑफ रिकार्ड्स, लंदन के इंडिया चैप्टर में राजस्थान के वाइस प्रेसीडेंट प्रथम भल्ला ने सुपर्द किया।

शिक्षा मंत्री डॉ. कल्ला के नाम संदेश में वर्ल्ड बुक ऑफ रिकार्ड्स, लंदन के इंडिया चैप्टर द्वारा कहा गया है कि शिक्षा विभाग के इस इंसिएटिव को उनके द्वारा अपने रिकॉर्ड में दर्ज किया गया है। इसके तहत प्रदेश के सभी 33 जिलों में 57 हजार 462 स्कूलों में गत नवम्बर माह के तीसरे शनिवार को 'नो बैग डे' का आयोजन किया गया। इस मौके पर पूरे प्रदेश में 38 लाख 21 हजार 9 विद्यार्थिर्यों ने दिमागी कसरत के खेल शतरंज की बिसात के चौसठ खानों पर मोहरे चलाएं। एक ही दिन में एक साथ 38 लाख 21 हजार 9 विद्यार्थियों के ऊंटों की तिरछी, घोड़ों की कुलांचे भरने वाली, हाथियों की सीधी और वजीरों की कूटनीतिक चालों ने राजस्थान के शिक्षा विभाग का नाम विश्व पटल पर स्वर्णिम अक्षरों में दर्ज करा दिया।

उल्लेखनीय है कि वर्ल्ड बुक ऑफ रिकार्ड्स का दुनियां के सभी महाद्वीपों में ग्लोबल नेटवर्क है। इसके द्वारा विभिन्न विद्याओं में वर्ल्ड रिकार्ड्स के माध्यम से प्रतिभा और क्षमता का आंकलन करते हुए अंतरराष्ट्रीय स्तर का प्रमाण पत्र जारी किया जाता है।
इस मौके पर शिक्षा मंत्री ने बताया कि प्रदेश में विभाग की टीम पूरी स्पिरिट के साथ शैक्षणिक स्तर में प्रगति एवं बच्चों के संर्वांगीण विकास की दिशा में कार्य कर रही है। इसी की बदौलत विभाग ने 'चैस इन स्कूल एक्टिविटी' सहित पांच विश्व रिकार्ड बनाए हैं। इस मौके पर राजस्थान स्कूल शिक्षा परिषद के आयुक्त डॉ. मोहन लाल यादव ने विभाग के शिक्षकों, अधिकारियों और कार्मिकों की टीम को बधाई दीं। बीकानेर से वीसी के माध्यम से जुड़े स्कूल शिक्षा निदेशक श्री गौरव अग्रवाल ने बताया कि प्रदेश के स्कूलों में शतरंज को बढ़ावा देने के लिए शतरंज एसोसिएशन की ओर से उपलब्ध कराई गई अंग्रेजी एवं हिंदी की चैस बुक्स को भी स्कूलों में भिजवाया जाएगा।

ये भी पढ़ें - अपने राज्य / शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे