केन्द्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने उदयपुर आईआईएम में जीवन के किस्से सुनाए, बताया राजनीति में आने से पहले 1800 रुपए मिलता था वेतन

www.khaskhabar.com | Published : गुरुवार, 02 मार्च 2023, 00:05 AM (IST)

उदयपुर। केन्द्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्री स्मृति ईरानी ने कहा कि टीवी सीरियल "क्योंकि सास भी कभी बहू थी" की शुरुआत में मुझे 1800 रुपए वेतन मिलता था। सक्रिय राजनीति में आने की इच्छा के कारण मैंने तब के लोकप्रिय सीरियल को छोड़ दिया था। स्मृति ईरानी बुधवार को आईआईएम उदयपुर में समलैंगिंक समानता विषय पर आयोजित कार्यक्रम को संबोधित कर रही थीं।


रेस्टोरेंट में भी किया था काम


स्मृति ईरानी ने कहा कि भारत में पहला मेक्डोनल्स रेस्टोरेंट खुला था, मैं उसमें काम करती थी। आज केन्द्रीय मंत्री बनने का सफर महिला होते हुए मैंने तय किया। कार्यक्रम में पैनल चर्चा भी हुई, जिसमें सिक्योर मीटर की निदेशक नंदिता सिंघल, साधना की सीईओ स्मृति केडिया, पूर्व मेवाड राज परिवार की निवृत्ति कुमारी मेवाड़, रमाडा रिसोर्ट की डॉली तलदार शामिल हुए।


मां को बताया खुद का रोल मॉडल


एक स्टूडेंट ने जब स्मृति ईरानी से पूछा कि आपका रोल मॉडल कौन हैं तो उन्होंने अपनी मां को रोल मॉडल बताया। वे बोलीं, जब मैं पहली बार सांसद का चुनाव जीती और दिल्ली में मुझे सरकारी आवास जिस ताज होटल के सामने मिला, उसी में मेरी मां काम किया करती थी। वो पल मेरे लिए बेहद यादगार रहा। मैंने एक दिन उस होटल में जाकर सभी कर्मचारियों को धन्यवाद दिया।


पीएम मोदी की तारीफ


स्मृति ईरानी ने पीएम नरेन्द्र मोदी द्वारा महिला विकास को लेकर किए गए कामों पर जमकर तारीफ की। उन्होंने कहा कि साल 2014 के बाद पीएम मोदी ने देश में 11 करोड़ टॉयलेट बनवाए। साल 2014 से पहले मिनिमम रुपए में बैंक अकाउंट खुलता था लेकिन इसे आज 0 बैलेंस पर करीब 400 मिलियन से ज्यादा बैंक खाते खुले हैं जिनमें महिलाओं की संख्या ज्यादा है। उन्होंने कहा कि भारत इकलौता देश हैं जहां महिलाएं हर पहलू में दूसरे देशों से आगे हैं। देश के सर्वोच्य पद पर महिला द्रोपति मुर्मू हमारे लिए सबसे बड़ा उदहारण हैं। जी-20 मीटिंग में भी पीएम मोदी ने खुद इंटरनेशनल लेवल पर महिला विकास, महिला समृद्धि, महिला सम्मान का मुद्दा उठाया था।

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