कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल हुए पंजाब के पूर्व वित्त मंत्री मनप्रीत बादल

www.khaskhabar.com | Published : बुधवार, 18 जनवरी 2023, 3:10 PM (IST)

चंडीगढ़। पंजाब में कांग्रेस को बड़ा राजनीतिक झटका लगा है। पंजाब कांग्रेस के वरिष्ठ नेता रहे राज्य के पूर्व वित्त मंत्री मनप्रीत सिंह बादल ने बुधवार को भाजपा का दामन थाम लिया। केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल और भाजपा राष्ट्रीय महासचिव तरुण चुग ने बादल को पार्टी मुख्यालय में भाजपा की सदस्यता दिलाई। पीयूष गोयल ने मनप्रीत सिंह बादल का भाजपा में स्वागत करते हुए कहा कि उनके जैसे अनुभवी और सरल स्वभाव के नेता के पार्टी में आने से पंजाब के साथ-साथ पूरे देश में भाजपा निश्चित तौर पर मजबूत होगी और सिखों के साथ भाजपा का अटूट और आत्मीय रिश्ता और ज्यादा मजबूत होगा।

गोयल ने जीएसटी काउंसिल की बैठकों को याद करते हुए कहा कि जब बादल पंजाब के वित्त मंत्री हुआ करते थे तब काउंसिल की बैठकों में वे हमेशा देश हित को आगे रखते हुए निर्णय लेने में अग्रसर रहते थे। गोयल ने कहा कि वर्तमान में पंजाब में अराजकता की स्थिति बनी हुई है और राज्य की आर्थिक स्थिति खराब होती जा रही है।

भाजपा राष्ट्रीय महासचिव तरुण चुग ने मनप्रीत सिंह बादल के भाजपा में शामिल होने को पंजाब के लिए एक टनिर्ंग प्वाइंट बताते हुए इसे राज्य के लिए और भाजपा के लिए एक अच्छी सुबह की शुरूआत करार दिया।

भाजपा का दामन थामने के बाद मनप्रीत सिंह बादल ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के साथ अपनी मुलाकात का जिक्र करते हुए शाह की तुलना शेर से की और कहा कि शाह ने उनसे कहा कि पंजाब ने हिंदुस्तान के लिए चार सौ हमले झेले हैं और वे पंजाब को उसके हाल पर नहीं छोड़ सकते।

बादल ने कहा कि वे पंजाब के हालात को लेकर चिंतित है और शाह की बात उनके दिल को छू गई इसलिए उन्होंने पंजाब के हित में भाजपा में शामिल होने का फैसला किया। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत लगातार मजबूत हो रहा है। दुनिया भर में भारत का प्रभाव बढ़ रहा है, आज भारत विदेश से सस्ता तेल हासिल कर रहा है जिसकी वजह से देश में महंगाई अन्य देशों की तुलना में कम है।

कांग्रेस छोड़ने की वजह बताते हुए बादल ने कहा कि ऐसी पार्टी में काम कैसे किया जा सकता है जहां नेता आपस में ही लड़ते रहते हैं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस कई धड़ों में बंटी हुई पार्टी है जहां हर धड़े के नेताओं के बीच पद बांट दिया जाता है और वे आपस में लड़ते रहते हैं।

--आईएएनएस


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