धोखेबाज बिल्डरः काउंटी होम के ग्राहकों से ठगी में प्रदीप सेठ की पत्नी भी शामिल

www.khaskhabar.com | Published : सोमवार, 16 जनवरी 2023, 4:33 PM (IST)

गुरुग्राम। स्टेडिया इन्फ्रास्ट्रक्चर प्रा. लि. कंपनी के फर्जीवाड़े और धोखाधड़ी को लेकर आए दिन खुलासे हो रहे हैं। अब पता चला है कि ग्राहकों से ठगी में इस कंपनी के प्रमोटर प्रदीप सेठ की पत्नी शालिनी सेठ भी शामिल है। दरअसल, अगस्त, 2017 के दौरान इस कंपनी में शालिनी सेठ, प्रदीप सेठ, रमणीक बाबा और अतुल मेहरा डायरेक्टर थे। इनमें शालिनी सेठ ने प्रदीप सेठ को काउंटी होम प्रोजेक्ट में बेचे जाने वाले फ्लैट की रजिस्ट्री करवाने के लिए अधिकृत किया था। इन लोगों ने कंपनी अधिनियम की जमकर धज्जियां उड़ाई हैं। कंपनी के एक निदेशक ने नाम नहीं छापने की शर्त पर बताया कि उससे औऱ उसके एक रिश्तेदार से प्रदीप सेठ औऱ शालिनी सेठ ने करोड़ों रुपए नगद और 80 लाख रुपए चैक से लिए। लेकिन, एक भी पैसा नहीं लौटाया।

आपको बता दें कि वर्ष 2017 में इन लोगों ने फ्लैट की कीमत 4500 रुपए वर्गफीट तय की थी। इसका प्रमाण निदेशकों के बीच बना वह अन रजिस्टर्ड कोलेबरेशन एग्रीमेंट है जिसमें लिखा है कि फ्लैट नंबर 305 और 306 को 4500 रुपए प्रति फीट में बेचा जाएगा। इसका पैसा निदेशक आपस में बांट लेंगे। इसमें इस योजना की कार पार्किंग, छत औऱ स्टिल्ट के कोने-कोने को बेचने की प्लानिंग कर डाली। जैसे एग्रीमेंट की शर्त संख्या 1(vii) में केवल 6 कार पार्किंग खुद को अलॉट कर लीं। बाकी 18 फ्लैट्स के पार्किंग एरिया को भी खुद के कब्जे में रखा हुआ है। इतना ही नहीं एग्रीमेंट की शर्त संख्या 1(v) के तहत 8 सर्वेंट क्वार्टर को भी 6 लाख रुपए की दर से बेचने का फैसला कर डाला।

आपको जानकर हैरानी होगी कि इन लोगो ने अन रजिस्टर्ड एग्रीमेंट की शर्त संख्या 1(iv) में स्टिल्ट फ्लोर पर प्रस्तावित क्लब हाउस की जमीन पर फ्लैट बनाने और निर्माण ठेकेदार पन्नालाल को उसका मालिक बना डाला। पन्नालाल ने उस फ्लैट को आगे किसी और को बेच दिया। जबकि क्लब हाउस की जमीन पर फ्लैट बनाना ही गैरकानूनी है।

निदेशकों ने खुद को ही अलॉट कर लिए फ्लैटः

खासखबर डॉट कॉम की पड़ताल के मुताबिक शालिनी सेठ द्वारा प्रदीप सेठ को सर्वेसर्वा बनाए जाने के बाद उसने अपने जीजा अतुल मेहरा को इस षडयंत्र में शामिल किया। अगस्त, 2017 में कंपनी के निदेशकों ने जो फ्लैट जयपुर की एक महिला और अन्य लोगों को करोड़ों रुपए लेकर बेचे थे। वे फ्लैट एक बिना रजिस्टर्ड कोलोबरेशन एग्रीमेंट बनाकर खुद को ही 8-8 फ्लैट आवंटित कर लिए। फिर उनमें से एक फ्लैट पर दीवार तोड़कर कब्जा करने की कोशिश भी की।
आपको बता दें कि स्टेडिया इन्फ्रास्ट्रक्चर के प्रमोटर्स द्वारा ठगी के शिकार हुए लोगों के खासखबर डॉट कॉम के पास लगातार फोन आ रहे हैं। खासखबर डॉट कॉम ठगी की हर सच्चाई को उजागर कर रहा है।

अब आगे पढ़े…जीरकपुर के कॉमर्शियल कॉम्पलैक्स में प्रदीप सेठ की ठगी का एक और कारनामा

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