18वीं राष्ट्रीय स्काउट गाइड जम्बूरी की व्यवस्था एवं संस्कृति से अभिभूत हुए विदेशी प्रतिभागी

www.khaskhabar.com | Published : शुक्रवार, 13 जनवरी 2023, 4:00 PM (IST)

-घाना, मालदीव सहित 7 देशों से आए 298 स्काउट और गाइड -साझा किए जंबूरी के अनुभव

जयपुर।
पाली जिले के रोहट में आयोजित 18वीं राष्ट्रीय जम्बूरी में विभिन्न राज्यों से आए करीब 37 हजार स्काउट एवं गाइड्स के अलावा 7 देशों से आए 298 प्रतिभागियों ने भी हिस्सा लिया। राष्ट्रीय जम्बूरी में राजस्थान की मेजबानी से अभिभूत दिखे इन विदेशी प्रतिभागियों से इनके अनुभव पूछने पर उन्होंने कहा कि भारत आना उनके लिए अभूतपूर्व अनुभव है। यहां उन्हें भारत के अलग-अलग राज्यों से आए लोगों से मिलने और उनके प्रदेश की कला संस्कृति के बारे में जानने का अवसर मिला है। भारत की संस्कृति और यहां के लोगों के बारे में जानकर और उनसे मिलकर बेहद खुशी का अनुभव हो रहा है। यहाँ की संस्कृति और लोगों का अपनत्व पाकर वे एक सुर में कहने लगे कि अगर हमें पुनः आने का अवसर मिला तो हम फिर से राजस्थान आना चाहेंगे। राजस्थान के अतिथि सत्कार के बारे में जो सुना था, उससे भी बढ़कर पाया है।
राजस्थान की संस्कृति को गहराई से जानना चाहते हैं घाना से आए सिंधिया लेबरम
घाना के दल नेता सिंधिया लेबरम ने बताया कि उन्हें भारत आकर पता चला कि यह सच में विविधता में एकता वाला देश है। उन्हें नहीं लगता कि दुनिया में कोई और देश इतनी विविध संस्कृतियों के रंगों से सजा है। उनका पूरा दल यहां की संस्कृति, लोक कला व आकर्षक वेशभूषा देखकर बेहद प्रभावित है। लेबरम ने बताया कि घाना भारत का मित्र राष्ट्र है। वे चाहते हैं कि वे भारत देश के बारे में ज्यादा से ज्यादा जानें और जाकर अपने देश में बताएं। राजस्थान के पहनावे, स्वादिष्ट भोजन तथा सांस्कृतिक कार्यक्रमों ने उन्हें बहुत प्रभावित किया है। बांग्लादेश सहित अन्य देशों के स्काउट एवं गाइड ने भी कहा कि राजस्थान जम्बूरी में सम्मिलित होना उनके लिए बेहतरीन अवसर रहा है। उन्हें यहाँ आतिथ्य और स्काउटिंग के गुर सीखने को मिले हैं, जिन्हें वो अपने देश के साथ साझा करने को उत्सुक है।
घाना के ही स्काउट ओबेद ने बताया कि वे यहाँ 11 लोगों के दल के साथ आए हैं। उन्होंने कहा कि यहां का प्रबंधन, रहने एवं खाने की व्यवस्थाएं, स्काउट प्रतियोगिताएं, म्यूज़िकल नाइट आदि सभी का अनुभव बेहतरीन रहा है। ओबेद ने राजस्थान सरकार के प्रति आभार प्रकट किया और भव्य जम्बूरी आयोजित करने के लिए धन्यवाद दिया।

व्यवस्थाओं से संतुष्ट दिखा मालदीव का दल

जम्बूरी में शामिल मालदीव के दल नायक ने बताया कि वे पहली बार भारत आए हैं। उन्होंने कहा कि ऐसा सुव्यवस्थित आयोजन उन्होंने पहले कभी नहीं देखा। वे सभी भारत देश की संस्कृति, वेशभूषा, लोक कलाओं, विविध प्रकार के व्यंजनों और यहां प्रतिदिन आयोजित होने वाले विविध कार्यक्रमों को देखकर अभिभूत हैं। दलनायक ने भारत एवं राजस्थानी संस्कृति की भूरि-भूरि प्रशंसा की।

भारत आना सौभाग्य की बात: सरवर मोहम्मद, बांग्लादेश

बांग्लादेश के नेशनल कमिश्नर सरवर मोहम्मद शहरियाज ने बताया कि भारत और बांग्लादेश के हमेशा से ही मधुर सम्बन्ध रहे हैं। देश के नागरिक भारतीयों को अपना भाई मानते हैं एवं दोनों देशों की सभ्यता संस्कृति में अनेक समानताएं हैं। स्काउट एवं गाइड राष्ट्रीय जम्बूरी में भारत आना उनके लिए सौभाग्य की बात है। शहरियाज ने कहा कि स्काउट एवं गाइड अन्तरराष्ट्रीय संगठन है जो प्रेम, भाईचारा और सद्भाव सिखाता है, जिसकी वर्तमान में सारी दुनिया को आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि भारत विभिन्न संस्कृतियों, भाषा और समुदायों से समृद्ध प्राकृतिक सौन्दर्य वाला अनूठा देश है, जो अपनी विशिष्टताओं के कारण सभी को आकर्षित करता है। राजस्थान की तहजीब, अदब, संस्कार, सदव्यवहार किसी को भी अपना बनाने की सामर्थ्य रखते हैं।

बांग्लादेश के ही मोहम्मद अनम ने बताया कि उनके लिए जम्बूरी का अनुभव अविस्मरणीय रहा। उनका कहना था कि उन्होंने कई स्काउट कैम्प्स में हिस्सा लिया है, लेकिन ऐसी सुव्यवस्थाओं वाली भव्य जम्बूरी उन्होंने पहले कभी नहीं देखी थी। उन्होंने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और भारत स्काउट एवं गाइड एसोसिएशन की सराहना करते हुए इस आयोजन के लिए धन्यवाद व्यक्त किया।

राजस्थान भारत स्काउट गाइड के सहायक स्टेट कमिश्नर विमल चौहान ने बताया कि राजस्थान स्काउट गाइड संगठन को 66 साल बाद पुन: राष्ट्रीय जंबूरी की मेजबानी मिली है। इस जम्बूरी में भारत के अलावा सात देशों - बांग्लादेश, श्रीलंका, नेपाल, मालदीव, घाना, मलेशिया, सऊदी अरब से आए 298 प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया है। उन्होंने बताया कि बांग्लादेश से कुल 69, श्रीलंका से 48, नेपाल से 40, मालदीव से 106, घाना से 11, मलेशिया से 10 तथा सऊदी अरब से 14 प्रतिभागियों ने आयोजन में हिस्सा लिया है।

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