पूर्व मंत्री गहलोत सरकार पर बरसे : दुष्कर्म, बेरोजगारी, किसानों की आत्महत्या और पेपर लीक मामले में राजस्थान नंबर वन

www.khaskhabar.com | Published : मंगलवार, 10 जनवरी 2023, 12:38 PM (IST)

करौली। करौली की जनआक्रोश सभा में पूर्व मंत्री एवं भाजपा के पूर्व अध्यक्ष अरुण चतुर्वेदी मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और उनकी सरकार पर जमकर बरसे। राजस्थान में दुष्कर्म और महिला उत्पीड़न, बेरोजगारी, किसानों की आत्महत्या, पेपरलीक मामलो उठाते हुए उन्होंने कहा कि इन कामों में राजस्थान नंबर वन बन गया है। उदयपुर में कन्हैयालाल हत्याकांड, करौली में हुई सांप्रदायिक हिंसा के लिए गहलोत सरकार को जिम्मेदार ठहराया। यह सरकार खुद को धर्म निरपेक्ष बताती है जो पूरी तरह से धर्म, जाति को देखकर कार्रवाई करती है। ऐसे एक नहीं कई उदाहरण है। यही वजह है कि राजस्थान की कांग्रेस सरकार के खिलाफ जनता में जबरदस्त आक्रोश है। जन आक्रोश यात्रा और सभाओं में आ रही भीड़ इस बात का सबूत है।



पूर्व मंत्री अरुण चतुर्वेदी सोमवार को करौली में जन आक्रोश सभा को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि राहुल बाबा ने पिछले चुनावों से पहले यहां आकर कहा था कि हमारी सरकार आई तो किसानों का ऋण माफ कर देंगे। इस भीड़ में एक किसान हो जो खड़ा होकर बताए कि उसका शतप्रतिश ऋण माफ हो गया हो? किसी भी किसान का ऋण माफ नहीं हुआ बल्कि उनकी जमीन जायदाद पर कुर्की आ गई। किसानों को आत्महत्या के लिए मजबूर होना पड़ रहा है। कुछ किसानों ने सुसाइड किए भी हैं। कांग्रेस ने चुनावों में वादा में किया था-हम बेरोजगारों को हर महीने साढ़े तीन हजार रुपए भत्ता देंगे। कोई युवा यहां है तो बताए उसके हर माह छोड़ एक बार भी भत्ता बैंक में आया हो। बेरोजगार सड़कों पर घूम रहे हैं, न उन्हें भत्ता मिला और न नौकरी।



उन्होंने कहा कि इस सरकार ने जितना धोखा युवाओं के साथ किया, उतना किसी के साथ नहीं किया। वादा किया था कि हम संविदा पर लगे युवाओं को परमानेंट कर देंगे, किसी को नहीं किया। रीट परीक्षा से भर्ती करेंगे, पेपर आउट हो गए, भर्तियां नहीं हुई। परिवार वालों ने रात दिन एक कर, जमीन जायदाद बेच कर या गिरवी रखकर बच्चों को पढ़ाया कि उनकी नौकरी लग जाएगी, लेकिन इन युवाओं को सरकार मीठी गोलियां दे रही है और आवाज उठाने पर लाठियां देती है। जयपुर की सड़कों पर युवा लाठियां खा रहे हैं।



उन्होंने कहा कि हां इस सरकार ने प्रदेश को नंबर वन बनाया है, लेकिन किसमें…दुष्कर्म के मामलों में, महिला उत्पीड़न के मामलों में, किसानों के सुसाइड, बेरोजगारी, महंगाई में नंबर वन बनाया है। पूरे देश में सबसे ज्यादा डीजल पेट्रोल की कीमतें राजस्थान में ज्यादा है। कोविड में जो काम हुए हैं उनमें राशन केंद्र सरकार ने दिया, वेंटीलेटर केंद्र सरकार ने दिए, वैक्सीन केंद्र सरकार ने फ्री उपलब्ध करवाई जो राजस्थान सरकार ने क्या किया?



यह सरकार खुद को धर्म निरपेक्ष मानती है, लेकिन सबसे ज्यादा धर्म और जाति में भेदभाव इस वक्त प्रदेश में हो रहा है। करौली में जहां नवसंवत्सरी का जुलूस शांतिपूर्ण निकल रहा था, जय श्रीराम के नारे लग रहे थे। कोई भड़काव नहीं थे। इसके बावजूद एक गली में पथराव होता है। जुलूस में शामिल लोग घायल हो जाते हैं। दुकानें जलाई जाती है। पुलिस कार्रवाई किन पर करती है? दंगाई मंत्री के साथ चाय नाश्ता करते हैं और बचाव करने वालों को जिले से बाहर जाना पड़ता है। ताजियों के जुलूस में डीजे बज सकते हैं मगर रामनवमी के जुलूस में डीजे नहीं बजाने देते हैं। यह सरकार का भेदभाव है।


रामनवमी का जुलूस यहां नहीं निकलेगा तो क्या लाहौर में निकलेगा। सोशल मीडिया की एक पोस्ट से यहां की सड़कों पर सिर तन से जुदा के नारे लगते हैं और सरकार चुपचाप देखती रहती है। इसका नतीजा यह होता है कि एक निर्दोष शख्स जो टेलर का काम करता है, कट्‌टरपंथी उसका सिर तन से जुदा कर देते हैं। वीडियो बनाकर लोगों में खौफ पैदा किया जाता है। यह इस सरकार के कारनामे हैं। अब चुनाव का वक्त आ रहा है, वोट मांगने आए तो जनता इन चार सालों में कामकाज का जवाब तो मांगेगी ही, चुनाव में इसको उखाड़ फेंकने का काम भी करेगी।

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