जयपुर । पशुपालन विभाग के शासन सचिव पी.सी. किशन, ने शुक्रवार को
विभाग के जयपुर में पांच बत्ती स्थित राज्य रोग निदान केन्द्र में
नवस्थापित आरटी पी सीआर तकनीक से रोग निदान की सुविधाओं का शुभारम्भ किया।
किशन ने बताया कि राज्य रोग निदान केन्द्र में यह सुविधा H.G. Foundation
के द्वारा, H.G. Infra Engineering Ltd के आर्थिक सहयोग से लम्पी रोग एवं
अन्य पशु रोग नियंत्रण में सक्रिय सहयोग देने के उद्देश्य से स्थापित की
गयी हैं।
उन्होंने बताया कि वर्तमान में, राज्य
में फैल रही लम्पी स्किन डिजीज के सेम्पल की अब प्रदेश में ही जांच की जा
सकेगी। पूर्व में, कई पशु रोगों में जांच के लिये आवश्यक इस तकनीक से जांच
हेतु सेम्पल्स अन्य प्रदेशों के रोग निदान केन्द्रों या केन्द्रीय रोग
निदान प्रयोगशालाओं में भेजे जाते थे। जिससे जांच में अधिक समय लगता था एवं
सीमित संख्या में ही सेम्पल्स भेजे जाने का दबाव रहता था। कई अवसरों पर
सेम्पल्स रास्ते में खराब होने का अंदेशा रहता है। जिससे प्रदेश के पशुओं
में फैले रोग प्रकोप का समय पर सही आकलन नहीं किया जा सकता था और रोग की
रोकथाम एवं रोग नियंत्रण में बाधाएं आती थी।
H.G.
Infra कम्पनी के कार्यकारी निदेशक डॉ. दिनेश कुमार गोयल ने बताया की PCR
तकनीक से अब रोग निदान सुविधा राज्य रोग निदान केन्द्र में स्थापित होने से
ऎसी कई मुश्किलों का समाधान होगा साथ ही साथ लम्पी रोग नियंत्रण में भी
आसानी होगी।
पशुपालन
विभाग की मंशा क्षेत्रीय रोग निदान केन्द्रों पर भी ऎसी विशिष्ठ रोग निदान
सुविधाएं स्थापित करने की है। जिससे प्रदेश के बहुमूल्य पशुधन में समय-समय
पर होने वाले रोगों का त्वारित रोग निदान किया जाकर, बिना समय गवाए रोग
नियंत्रण के उपाय किये जा सके और पशुपालकों को आर्थिक नुकसान से बचाया जा
सके।
भविष्य में पशु-पक्षियों के अन्य रोगों में
भी इस तकनीक से जांच की सुविधाएं उपलब्ध होने से अन्य प्रदेशों के रोग
निदान केन्द्रों पर निर्भरता नही रहेगी।
इस मौके पर H.G. Infraएवं H.G. Foundation से डॉ. दिनश गोयल, सिद्धार्थ शर्मा, तरूण शर्मा एवं अमोल माथुर उपस्थित रहे।
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