महाराष्ट्र में किलों के संरक्षण में आईएचएचए को स्टेकहोल्डर बनना चाहिए

www.khaskhabar.com | Published : शनिवार, 24 सितम्बर 2022, 08:19 AM (IST)

जयपुर । इंडियन हेरिटेज होटल्स एसोसिएशन (आईएचएचए) राजस्थान में किलों और हवेलियों के संरक्षण और जीर्णोद्धार में अपने काम के कारण अन्य राज्यों के लिए एक रोल मॉडल है। इसने राज्य की विरासत को संरक्षित करने में बहुत बड़ी भूमिका निभाई है। राज्य की विरासत और इतिहास को संरक्षित करने के लिए महाराष्ट्र में एक फोर्ट फेडरेशन भी बनाया गया है। फेडरेशन ने अपना स्वयं का कोष बनाया है और महाराष्ट्र में ऐतिहासिक किलों को पुनर्स्थापित और संरक्षित करने में हितधारकों के रूप में आईएचएचए की भागीदारी चाहता है।

यह बात युवराज संभाजी राजे छत्रपति ने 2 दिवसीय इंडियन हेरिटेज होटल्स एसोसिएशन के 9वें वार्षिक कन्वेंशन के दूसरे दिन कही, जहां वे विशिष्ट अतिथि थे। कन्वेंशन बिशनगढ़ के अलीला किले में आयोजित किया गया था और इसका विषय 'रीइन्कार्नेशन ऑफ आईएचएचए टू कंजर्व एंड प्रोटेक्ट इंडियन हेरिटेज' था।
युवराज संभाजी राजे ने आगे कहा कि महाराष्ट्र से ज्यादा राजस्थान को एक बड़ा फायदा यह है कि यहां के अधिकांश किले निजी स्वामित्व में हैं। इस प्रकार, ऐसी साइटों पर मरम्मत कार्य करना आसान हो जाता है। गौरतलब है कि युवराज संभाजी राजे छत्रपति शिवाजी महाराज के वंशज हैं और उन्होंने शिवाजी महाराज के राजधानी किले को संरक्षित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है और राज्य में ऐसे और किलों के संरक्षण की दिशा में भी सक्रिय रूप से काम कर रहे हैं।

दिनभर कई अन्य दिलचस्प पैनल चर्चा, इंटरैक्टिव सत्र और प्रजेंटेशंस आयोजित की गईं। उत्तराखंड और मध्य प्रदेश राज्यों में हेरिटेज होटल व्यवसायियों के लिए निवेश के अवसरों और प्रोत्साहन राशि पर भी चर्चा की गई।

इस अवसर पर रवि शंकर, आईएएस, उत्तराखंड सरकार ने पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए राज्य में की गई प्रमुख पहलों पर प्रकाश डाला। इनमें रेलवे कनेक्टिविटी, हेलीकॉप्टर कनेक्टिविटी, एयर एंबुलेंस शामिल हैं। उन्होंने 5-स्टार होटल्स, तीर्थ यात्रा सर्किट्स आदि के विकास के संदर्भ में निवेश के अवसरों पर भी प्रकाश डाला।

इसी प्रकार, मध्य प्रदेश पर्यटन बोर्ड के संयुक्त निदेशक सुरेश झारिया ने मध्यप्रदेश राज्य में निवेश के अवसरों को साझा किया। उन्होंने राज्य की पर्यटन नीति पर विस्तृत जानकारी दी और कहा कि नीति की सुलभ, व्यापक और पारदर्शी प्रकृति इसे निवेशकों के लिए इन्सेंटिव बनाती है। उन्होंने राज्य में भूमि आवंटन प्रक्रिया, वाइल्ड लाइफ रिसॉर्ट्स और वेलनेस रिसॉर्ट्स के अवसरों पर भी प्रकाश डाला।

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