तिरुवनंतपुरम । मुख्यमंत्री पिनाराई
विजयन बुधवार को केरल विधानसभा में एक नया विधेयक पेश करेंगे जिसका
उद्देश्य केरल के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान की चांसलर के रूप में शक्तियों
को कम करना है।
इस महीने की शुरूआत में मोहम्मद खान ने 11 अध्यादेशों पर हस्ताक्षर करने से
इनकार कर दिया था। इन बिलों के लैप्स होने के बाद सोमवार सुबह शुरू हुए
विधानसभा के 10 दिवसीय विशेष सत्र में 12 विधेयक पेश किए जाएंगे।
मोहम्मद खान के अध्यादेशों पर हस्ताक्षप करने से इनकार करने के बाद सीपीआई-एम और खान में बयानबाजी तेज हो गई थी।
कन्नूर
विश्वविद्यालय के कुलपति गोपीनाथ रवींद्रन की आलोचना करते हुए राज्यपाल ने
उन्हें माकपा कैडर के रूप में काम करने वाला अपराधी कहा था।
विजयन
के निजी सचिव के.के. रागेश की पत्नी प्रिया वर्गीस को मलयालम में एसोसिएट
प्रोफेसर के पद पर नियुक्त किया गया, लेकिन पिछले हफ्ते बड़े पैमाने पर
भाई-भतीजावाद के आरोप सामने आने के बाद नियुक्ति पर रोक लगा दी गई।
राज्यपाल
ने पिछले कुछ वर्षों में विभिन्न विश्वविद्यालयों में की गई सभी
नियुक्तियों की जांच के लिए एक विशेष आयोग के गठन की भी घोषणा की, इन
आरोपों के मद्देनजर कि माकपा के नेतृत्व वाले वामपंथियों के रिश्तेदारों ने
पिछले दरवाजे से नियुक्तियां हासिल की हैं।
इसके चलते विजयन ने
सोमवार को एक नया विधेयक लाने का फैसला किया, जो राज्यपाल की शक्तियों को
खत्म कर देगा क्योंकि वह राज्य के सभी विश्वविद्यालयों के कुलाधिपति भी
हैं।
इसका जवाब देते हुए नेता प्रतिपक्ष वी.डी. सतीसन ने कहा कि
उनकी पार्टी नए विधेयक का विरोध करेगी लेकिन वह माकपा और राज्यपाल के बीच
तकरार से दूरी बनाए रखेगी।
--आईएएनएस
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