छत्तीसगढ़ को 'शिक्षा का मॉडल' बनाने की तैयारी, अब अंग्रेजी माध्यम के कॉलेज खुलेंगे

www.khaskhabar.com | Published : गुरुवार, 18 अगस्त 2022, 6:38 PM (IST)

रायपुर । छत्तीसगढ़ नवाचार वाले राज्य के तौर पर उभर रहा है, पहले यहां ग्रामीण अर्थ व्यवस्था को मजबूत करने के लिए गौठान की स्थापना के साथ गोबर और गौमूत्र की खरीदी हुई, अब शिक्षा के क्षेत्र में मॉडल बनाने की तरफ कदम बढ़ाया जा रहा है। पहले स्वामी आत्मानंद इंग्लिश मीडियम स्कूल शुरू किए गए और अब स्वामी आत्मानंद इंग्लिश मीडियम आदर्श महाविद्यालय शुरू करने की तैयारी है।

छत्तीसगढ़ में स्कूलों के बाद अब स्वामी आत्मानंद इंग्लिश मीडियम आदर्श महाविद्यालय भी खोले जाएंगे। राज्य में चरणबद्ध रूप से यह महाविद्यालय प्रारंभ करने का निर्णय लिया गया है। इस निर्णय से इंग्लिश मीडियम स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों को 12वीं के बाद उच्च शिक्षा के लिए अब बाहर नहीं जाना पड़ेगा। राज्य में ही अंग्रेजी माध्यम में गुणवत्तापूर्ण उच्च शिक्षा उपलब्ध होगी।

मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा है, छत्तीसगढ़ की शिक्षा क्रांति देश का सबसे अच्छा एजुकेशन मॉडल आने वाले समय में प्रस्तुत करेगी। इसलिए अब हमने निर्णय लिया है कि शानदार सरकारी स्कूल की तरह ही अब सरकारी कॉलेज भी खोलेंगे। ये सरकारी इंग्लिश मीडियम महाविद्यालय होंगे। जहां शानदार हायर एजुकेशन (उच्च शिक्षा) मिलेगी।

उन्होने आगे कहा, पहले 10 प्रमुख नगर में इसकी शुरूआत होगी। फिर अगले तीन साल में हम हर जिला मुख्यालय में खोलेंगे। अब अभिभावकों को चिंता करने की जरूरत नहीं। अपने बच्चों को खूब पढ़ाइए। अब स्कूल के बाद की शानदार पढ़ाई के लिए बच्चों को बाहर भेजने की आर्थिक परेशानी दूर होगी।

गौरतलब है कि राज्य सरकार की पहल पर समाज के कमजोर तबके और मध्यम वर्गीय परिवारों के बच्चों को अंग्रेजी माध्यम में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करने के लिए स्वामी आत्मानंद अंग्रेजी माध्यम स्कूल प्रारंभ किए गए हैं। विगत वर्ष 51 स्कूल प्रारंभ किए गए थे, इन स्कूलों के बेहतर नतीजे सामने आने पर स्कूल की संख्या वर्तमान में बढ़कर 247 हो गई है। अब स्वामी आत्मानंद इंग्लिश मीडियम आदर्श महाविद्यालय प्रारंभ होने से इन स्कूलों में पढ़ाई करने वाले बच्चों के साथ-साथ अंग्रेजी माध्यम के निजी स्कूलों के बच्चों को अंग्रेजी माध्यम में उच्च शिक्षा के लिए बाहर नहीं जाना पड़ेगा।

मुख्यमंत्री ने इस योजना की सफलता को देखते हुए 15 अगस्त को राज्य में आगामी शिक्षा सत्र के पूर्व राज्य के 422 स्कूलों में स्वामी आत्मानंद उत्कृष्ट विद्यालय योजना लागू करने की घोषणा की है। इनमें से 252 स्कूल बस्तर एवं सरगुजा संभाग में होंगे। दंतेवाड़ा जिले के शत प्रतिशत शासकीय हाई स्कूल एवं हायर सेकेण्डरी स्कूलों को स्वामी आत्मानंद उत्कृष्ट विद्यालय का स्वरूप दिया जाएगा।

मुख्यमंत्री बघेल ने स्वामी आत्मानंद इंग्लिश मीडियम आदर्श महाविद्यालय प्रारंभ करने के संबंध में मुख्य सचिव को जारी निर्देश में कहा है कि राज्य में अंग्रेजी माध्यम के अनेक निजी एवं शासकीय इंग्लिश मीडियम स्कूल संचालित किये जा रहे हैं। राज्य में इंग्लिश मीडियम के शासकीय महाविद्यालय न होने के कारण राज्य के विद्यार्थियों को 12 वीं कक्षा उत्तीर्ण करने के बाद उच्च शिक्षा हेतु महानगरों के महाविद्यालयों में प्रवेश लेना पड़ता है जिसमें बड़ी राशि व्यय होती है। राज्य के विद्यार्थियों को राज्य में ही अंग्रेजी माध्यम से महाविद्यालयीन शिक्षा देने हेतु स्वामी आत्मानंद इंग्लिश मीडियम स्कूलों की तरह ही गुणवत्तायुक्त महाविद्यालयीन शिक्षा हेतु स्वामी आत्मानंद इंग्लिश मीडियम आदर्श महाविद्यालय भी आरंभ किये जाएं। इन महाविद्यालयों की चरणबद्ध स्थापना की जाए। प्रथम चरण में आगामी शैक्षणिक सत्र जून 2023 से राज्य के प्रमुख नगरों में कम से कम 10 इंग्लिश मीडियम कॉलेज खोले जाएं। इसी तरह आगामी तीन वर्षों में राज्य के सभी जिला मुख्यालयों में इंग्लिश मीडियम कॉलेज खोले जाएं।

ज्ञात हो कि छत्तीगसढ़ ने ग्रामीण अर्थ व्यवस्था को मजबूत करने के लिए गौठान बनाए, गोबर दो रुपये किलो की दर से खरीदा गया और अब गौ मूत्र भी चार रुपये किलो की दर से खरीदा जा रहा है। जो गौठान बनाए गए हैं, वे जहां मवेशियों के लिए डेकेयर सेंटर है तो वहीं महिलाओं के लिए रोजगार स्थल बन गए है। इस तरह ग्रामीण अर्थ व्यवस्था मजबूत करने का मॉडल राज्य ने बनाया और अब शिक्षा का मॉडल बनाने की तैयारी है।

--आईएएनएस

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