फिल्म समीक्षा : डार्लिंग्स —कमजोर कहानी, निर्देशन, दर्शक हुए बोर

www.khaskhabar.com | Published : शुक्रवार, 05 अगस्त 2022, 1:43 PM (IST)

—राजेश कुमार भगताणी

सितारे : आलिया भट्ट , शेफाली शाह, विजय वर्मा, रोशन मैथ्यू, राजेश शर्मा और विजय मौर्य
निर्देशक : जसमीत के रीन
निर्माता : रेडचिलीज एवं आलिया भट्ट
ओटीटी: नेटफ्लिक्स

अपने एक दशक के सफर में आलिया भट्ट ने स्वयं को लाजवाब अभिनेत्री के तौर पर स्थापित करने में सफलता प्राप्त कर ली है। अब उन्होंने दीपिका पादुकोण और कंगना रनौत की तरह स्वयं को बतौर निर्मात्री दर्शकों के सामने डार्लिंग्स पेश किया। जिस तरह से दीपिका पादुकोण अपनी पहली निर्मित फिल्म छपाक के जरिये दर्शकों पर कोई खास प्रभाव नहीं छोड़ पायी थीं, कमोबेश वही स्थिति आलिया भट्ट की हुई है। आलिया दर्शकों को अपनी पहली निर्मित फिल्म डार्लिंग्स के जरिये पूरी तरह से बोरियत का अहसास कराती हैं। डार्लिंग्स का प्रदर्शन 5 अगस्त को नेटफ्लिक्स पर किया गया है। यह शाहरुख खान के प्रोडक्शन की लगातार दूसरी ऐसी फिल्म है जिसे सीधे ओटीटी प्लेटफार्म पर प्रदर्शित किया गया है, इससे पहले उनकी बॉब बिश्वास आई थी। जसमीत के रीन के निर्देशन में बनी इस फिल्म में आलिया भट्ट मुख्य भूमिका निभाती नजर आ रही हैं। आलिया और शेफाली शाह की इस फिल्म से दर्शकों को काफी उम्मीदें थी, जो पूरी तरह से धराशाही हो गई हैं।

डार्लिंग्स की कहानी पुरानी मुंबई के मुस्लिम बहुल इलाके में रहने वाले एक परिवार पर आधारित है। दो प्रेमी शादी कर लेते हैं और यहीं से डार्लिंग्स की शुरुआत होती है। शादी से पहले लडक़े की रेलवे में टिकट कलेक्टर के पद पर नौकरी लग जाती है। हालांकि सरकारी नौकरी होने के बावजूद भी लडक़े का उसके ऑफिस में उत्पीडऩ किया जाता है। इस फिल्म में दिखाया गया है कि ऑफिस में भीगी बिल्ली बनकर रहने वाला लडक़ा किस तरह से घर में शेर हैं। वह अपनी बीवी बनी प्रेमिका का उत्पीडऩ करता है और उस पर धौंस जमाता है।

लडक़ी भी चुपचाप पति द्वारा किए जा रहे उत्पीडऩ को सहती रहती है। लेकिन कहानी में ट्विस्ट तब आता है, जब लडक़ी अपने साथ हो रहे अत्याचार के खिलाफ आवाज उठाती है। हालांकि पति को सबक सिखाने के लिए लडक़ी कानून का सहारा नहीं लेती बल्कि खुद ही बदला लेने का फैसला करती है। इस दौरान लडक़ी की मां भी उसका पूरा साथ देती है। इसी बीच कहानी में एक और आशिक एंट्री लेता है, इससे मां के अतीत से भी पर्दा उठता है।

आलिया से लेकर शेफाली शाह और विजय वर्मा ने डार्लिंग्स में जबरदस्त एक्टिंग की है। आलिया ने फिल्म में बदरुन्निसा का किरदार निभाया है, जिसमें वह पूरी तरह से ढलती नजर आ रही हैं। हालांकि फिल्म में किरदारों की एक्टिंग जितनी दमदार है, उसकी कहानी और निर्देशन काफी कमजोर है। इस कारण यह फिल्म दर्शकों की उम्मीदों पर खरी नहीं उतर पाई है।

एक तरफ जहाँ फिल्म में सितारों का अभिनय शानदार है वहीं दूसरी तरफ फिल्म के संवाद भी अच्छे हैं। लेकिन कहानी की कमजोरी और कमतर निर्देशन ने इस फिल्म को उबाऊ फिल्म बना दिया है। शादी के बाद प्रेमिका के बीवी बनने पर उसका पति उसके साथ जुल्म करता है यह बात कुछ समझ से परे लगती है। वैसे वर्तमान समय में ऐसी कोई लडक़ी नहीं होगी जो अपने पति के इस तरह के जुल्म सहती होगी। यही बात दर्शकों को अखरती है।

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