द्रौपदी मुर्मू बंगाल दौरे पर, भाजपा को तृणमूल सांसदों व विधायकों के समर्थन का भी भरोसा

www.khaskhabar.com | Published : मंगलवार, 12 जुलाई 2022, 11:59 AM (IST)

नई दिल्ली। राष्ट्रपति चुनाव के लिए देशव्यापी प्रचार अभियान पर निकलीं एनडीए उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू पश्चिम बंगाल पहुंच गई हैं। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की पहल पर ही विपक्षी दलों ने उनकी पार्टी के पूर्व नेता यशवंत सिन्हा को अपना संयुक्त उम्मीदवार बनाया है, लेकिन इसके बावजूद भाजपा दावा कर रही है कि 18 जुलाई को मतदान के समय तृणमूल कांग्रेस के कई विधायक और सांसद आदिवासी महिला द्रौपदी मुर्मू के पक्ष में मतदान कर सकते हैं। दरअसल, पश्चिम बंगाल की कुल आबादी में लगभग 8 प्रतिशत का हिस्सा आदिवासियों का है। राज्य की लगभग 48 विधानसभा सीटों और 6 लोकसभा सीटों पर जीत-हार में आदिवासी महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। भाजपा को यह लग रहा है कि तृणमूल कांग्रेस राज्य में अगले वर्ष होने वाले पंचायत चुनाव और 2024 लोकसभा चुनाव को देखते हुए आदिवासी मतदाताओं को नाराज करने का जोखिम नहीं उठा सकती है।

दरअसल, तृणमूल कांग्रेस सुप्रीमो ममता बनर्जी राष्ट्रपति चुनाव को लेकर कितनी दुविधा में हैं, इसका अंदाजा उनके हाल ही में दिए गए बयान से लगाया जा सकता है, जिसमें उन्होंने कहा था कि एनडीए ने द्रौपदी मुर्मू को चुनावी मैदान में उतारने से पहले विपक्षी दलों से चर्चा की होती तो वह आम सहमति की उम्मीदवार हो सकती थी।

आपको बता दें कि द्रौपदी मुर्मू ने सोमवार को सिलीगुड़ी में सिक्किम के विधायकों से मुलाकात कर राष्ट्रपति चुनाव में उनका समर्थन मांगा और इसके बाद वो सोमवार शाम को ही राज्य की राजधानी कोलकाता पहुंच गई। द्रौपदी मुर्मू आज कोलकाता में पश्चिम बंगाल से जुड़े भाजपा विधायकों और सांसदों के साथ बैठक कर समर्थन की अपील करेंगी।

--आईएएनएस

नई दिल्ली। भाजपा ने मंगलवार को तृणमूल कांग्रेस की सांसद महुआ मोइत्रा के खिलाफ कार्रवाई नहीं करने को लेकर जमकर निशाना साधा और पूछा कि क्या पार्टी उन्हें निलंबित करेगी? भाजपा ने यह भी दावा किया कि मोइत्रा की टिप्पणी पर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की चुप्पी ने राज्य के अंदर और बाहर हिंदू बंगालियों को नाराज कर दिया है।

पश्चिम बंगाल भाजपा के सह-प्रभारी अमित मालवीय ने अपने ट्विटर पोस्ट पर एक वीडियो शेयर किया और लिखा, विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी ने पश्चिम बंगाल के कृष्णानगर में एक विशाल मार्च का नेतृत्व किया। यहां से महुआ मोइत्रा सांसद हैं। मां काली पर विवादित टिप्पणी पर ममता बनर्जी की चुप्पी ने पश्चिम बंगाल के अंदर और बाहर हिंदू बंगालियों को नाराज कर दिया है। टीएमसी मोइत्रा को कब निलंबित करेगी?

इसस पहले मालवीय ने अपने ट्वीट में प्रधानमंत्री के भाषण का जिक्र करते हुए कहा था, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी न केवल बंगाल बल्कि पूरे भारत को मां काली की भक्ति का केंद्र बताते हैं। दूसरी ओर, एक टीएमसी सांसद ने मां काली का अपमान किया। उन पर कार्रवाई के बजाय ममता बनर्जी उनका बचाव करती हैं।

महुआ मोइत्रा ने अपने बयान में कहा था कि उनके लिए मां काली मीट खाने वाली और शराब स्वीकार करने वाली देवी हैं। इस बयान के बाद भाजपा लगातार टीएमसी सांसद पर हमला कर रही है। वहीं, टीएमसी का कहना है कि वह अपने सांसद के इस बयान का समर्थन नहीं करती। यह उनके निजी विचार हैं।

--आईएएनएस

ये भी पढ़ें - अपने राज्य / शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे