नई दिल्ली । आम आदमी पार्टी (आप) की
विस्तार योजना से चिंतित भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने राज्य इकाइयों को
कांग्रेस की जगह मुख्य विपक्षी दल बनने से रोकने के लिए रणनीति बनाने का
निर्देश दिया है।
पंजाब विधानसभा चुनावों में अपनी प्रचंड जीत के बाद अब आप ने अपना ध्यान
आगामी गुजरात और हिमाचल प्रदेश विधानसभा पर केंद्रित कर लिया है।
आप अगले साल कर्नाटक, मध्य प्रदेश और राजस्थान में होने वाले विधानसभा चुनावों पर भी ध्यान दे रही है।
कर्नाटक के अलावा जहां जद-एस की हिस्सेदारी है, बाकी अहम राज्यों में भाजपा का सीधा मुकाबला कांग्रेस से है।
पार्टी
के एक वरिष्ठ पदाधिकारी ने कहा कि जहां अरविंद केजरीवाल की पार्टी अपने
पदचिह्न् का विस्तार करने की योजना बना रही है, भाजपा की राज्य इकाई को
उन्हें संगठनात्मक आधार नहीं बनाने देना चाहिए।
उन्होंने कहा,
"राज्य इकाइयों को आप नेताओं को पार्टी में शामिल करने का निर्देश दिया गया
है, जो जिले से लेकर राज्य स्तर तक संगठनात्मक जिम्मेदारी निभा रहे हैं,
जो बिना किसी पूर्व शर्त के भाजपा में शामिल होने के इच्छुक हैं, उन्हें
मौका दें।"
अप्रैल में भाजपा ने पार्टी में अपने शीर्ष राज्य
नेतृत्व को प्रेरित करके हिमाचल प्रदेश में पार्टी का विस्तार करने की आप
की महत्वाकांक्षी योजना को एक बड़ा झटका दिया था।
उन्होंने कहा,
"गुजरात में विभिन्न स्तरों पर पदों पर आसीन आप के 500 से अधिक नेता हाल के
दिनों में भाजपा में शामिल हुए हैं। उत्तराखंड में आप के मुख्यमंत्री पद
के उम्मीदवार और अन्य लोग भाजपा में शामिल हो गए हैं। हिमाचल प्रदेश और
गुजरात या उत्तराखंड में वरिष्ठ आप को शामिल करके भाजपा ने पंजाब में
ऐतिहासिक जीत के बाद नए राज्य में पार्टी के विस्तार की केजरीवाल की योजना
को बड़ा झटका दिया है और हम इसे जारी रखेंगे।"
पार्टी के एक अंदरूनी
सूत्र ने कहा कि राज्य इकाई को स्थानीय जमीनी परिस्थितियों के आधार पर
विशिष्ट रणनीति अपनाने के लिए कहा गया है।
--आईएएनएस
ये भी पढ़ें - अपने राज्य / शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे